Bhagalpur: दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने ऑक्सीजन सिलेंडर और रेमडेसिवीर इंजेक्शन के कालाबाजारी को लेकर छापामारी करते हुए भागलपुर के घोघा थाना क्षेत्र के पक्की सराय की एक महिला को अपने हिरासत में लिया है. गिरफ्तार महिला को भागलपुर न्यायालय में पेश कर ट्रांजिट पर लेने की प्रक्रिया प्रारंभ कर दी है. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

पुलिस द्वारा गिरफ्तार महिला की पहचान सरिता देवी, पति सौदागर मंडल के रूप में हुई है. गिरफ्तार महिला सरिता देवी अपने पति और परिजनों के साथ घोघा के ईंट भट्टे में मजदूरी का कार्य करती है. 


दिल्ली साइबर सेल के सब इंस्पेक्टर और दर्जकांड के अनुसंधानकर्ता करणवीर ने बताया कि करीब 1 माह पूर्व एक व्यक्ति ने दिल्ली में ऑक्सीजन सिलेंडर और रेमडेसिवीर दवा की कालाबाजारी को लेकर लाखों रुपया ठगी करने का मामला दर्ज कराया था.


शिकायतकर्ताओं ने कालाबाजारी करने वाले गिरोह के बैंक खाते में भी पैसा ट्रांसफर करने की बात बतायी थी. जिसके बाद दिल्ली पुलिस की जांच में पता चला कि भागलपुर के घोघा निवासी महिला सरिता देवी के खाते में पिछले 3 माह में करीब 90 लाख रुपये का ट्रांजैक्शन हुआ है. जबकि उसके बहन के खाते से 44 लाख और उसके तीन और परिजनों के खातों से भी लाखों रुपए का ट्रांजैक्शन हुआ है. इसके बाद पुलिस अब सरिता को गिरफ्तार कर के दिल्ली ले जाने की तैयारी कर रही है.  


गिरफ्तार सरिता ने खुद को निर्दोष बताते हुए कहा कि पिछले 1 साल से घोघा में आरओबी का काम चल रहा है. जहां के मुंशी रोशन ने रेलवे की ग्रुप डी में नौकरी लगाने का झांसा देकर उसके साथ 21 लोगों के खाते अलग-अलग बैंकों में खुलवाए थे. इसके लिए सभी के आधार कार्ड और फोटो भी मुंशी के द्वारा लिया गया था. 


ये भी पढ़ें- रोहिणी ने नीतीश कुमार को बताया 'कुशासन बाबू', कहा-इनके राज में चूहों और कुत्तों की मौज


उसने आगे बताया कि उनके नाम पर नये सिम कार्ड भी खरीदे गए थे. इन नंबरों को खाते से जोड़कर रोशन सभी सिम अपने पास रखकर खुद इस्तेमाल करने लगा था. महिला ने बताया कि कि उसके खाते से हुए ट्रांजैक्शन की जानकारी उसको नहीं है.


(इनपुट: अजय कुमार)