भोजपुर जिले को सीएम नीतीश कुमार ने दिया 57 करोड़ रुपये का तोहफा फिर भी सांसद हो गए नाराज
CM Nitish Kumar Arrah Visit: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज गुरुवार को भोजपुर जिले का दौरा किया और 57 करोड़ रुपये के विकास कार्यों का शिलान्यास और लोकार्पण किया. इस दौरान आरा के सांसद सुदामा प्रसाद भी मौजूद थे पर वे इस बात से खफा थे कि उन्हें मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मिलने नहीं दिया गया.
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज भोजपुर जिले को कल 57 करोड रुपए के दो दर्जन से अधिक योजनाओं की सौगात दी है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सबसे पहले आरा के निर्माणाधीन मेडिकल कॉलेज के निर्माण कार्य का निरीक्षण भी किया. इसके बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बड़हरा विधानसभा क्षेत्र के बखोरापुर गांव पहुंचे और वहां उन्होंने 57 करोड रुपये के दो दर्जन से अधिक योजनाओं का लोकर्पण और शिलान्यास किया. इसके बाद मुख्यमंत्री ने कई विभागों द्वारा लगाए गए स्टालों का निरीक्षण किया. इस दौरान मुख्यमंत्री से सांसद सुदामा प्रसाद की मुलाकात नहीं हुई तो वे काफी नाराज दिखे.
READ ALSO: सांसद को काला नाग बोलना JDU विधायक को पड़ा भारी, अब खुद के ही लोग करवा रहें केस
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सबसे पहले सड़क मार्ग से आरा के मेडिकल कॉलेज पहुंचे और उसके बाद बड़हरा विधानसभा क्षेत्र के बखोरापुर गांव पहुंचे. मुख्यमंत्री द्वारा शिलान्यास किए गए योजनाओं में सबसे ज्यादा बड़हरा कोईलवर, पीरो और आरा सदर प्रखंड की कई योजनाएं शामिल हैं. मुख्यमंत्री के कार्यक्रम को लेकर जिला प्रशासन ने चाक चौबंद व्यवस्था कर रखी थी. जिलाधिकारी भोजपुर मुख्यमंत्री के दौरे की पूरी मॉनिटरिंग कर रहे थे. इसी दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बड़हरा में बने एक पंचायत भवन का भी उद्घाटन किया.
इस दौरान, मुख्यमंत्री के साथ उपमुख्यमंत्री विजय सिन्हा, स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे सहित भारी संख्या में भाजपा और जदयू के नेता और कार्यकर्ता मौके पर उपस्थित रहे. बखोरापुर के खेल मैदान में मुख्यमंत्री के निरीक्षण के लिए विभिन्न विभागों के द्वारा स्टॉल लगाया गया था, जो आकर्षण का केंद्र रहा.
READ ALSO: बिहार में एड्स के बाद अब मिल रहे डेंगू मरीज, 354 लोग पीड़ित, जानिए पूरी डिटेल
मुख्यमंत्री के निरीक्षण के दौरान आरा के सांसद सुदामा प्रसाद ने आरोप लगाया कि कार्यक्रम में उन्हें बुलाकर अपमान किया गया और मुख्यमंत्री से मिलने तक नहीं दिया गया. उन्होंने कहा कि बहुत तामझाम की जरूरत ही नहीं थी. मुख्यमंत्री चाहते तो पटना बैठे ही सारी योजनाओं का शिलान्यास कर सकते थे.
रिपोर्ट: मनीष कुमार सिंह