जीतनराम मांझी ने कहा- 'नीतीश कुमार के साथ जाने में कोई एतराज नहीं'
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जीतनराम मांझी ने कहा- 'नीतीश कुमार के साथ जाने में कोई एतराज नहीं'

जीतनराम मांझी ने कहा है कि वह नीतीश कुमार का समर्थन करेंगे और वह साथ भी मिल सकते हैं.

जीतनराम मांझी ने नीतीश कुमार को समथर्न देने के लिए शर्त रखी है. (फाइल फोटो)

पटनाः बिहार में कब कौन सियासी करवट ले लें इसका पता नहीं, लेकिन ताजा खबर जो आ रही है उसके अनुसार बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी ने बड़ा बयान देकर प्रदेश की सियासत में अलग हवा भर दी है. हालांकि वह पहले भी कई ऐसे अचानक फैसले ले चुके हैं, इसलिए उनके बयानों को कभी-कभी गंभीरता से देखा जाता है.

दरअसल, जीतनराम मांझी ने कहा है कि वह नीतीश कुमार का समर्थन करेंगे और वह साथ भी मिल सकते हैं. इस बयान के बाद पूरे बिहार में सियासी हलचल को बढ़ा दिया है. उनके बयानों से राजनीतिक गलियारों में कयासों का दौर भी शुरू हो गया है.

पूर्व सीएम जीतनराम मांझी ने मीडिया से बात करते हुए कहा है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ वह फिर जा सकते हैं. इसमें किसी तरह का एतराज नहीं है लेकिन उनका साथ देने के लिए मांझी ने एक शर्त रखी है. उन्होंने कहा है अगर न्यायपालिका में आरक्षण व्यवस्था लागू करवां दें तो मैं उनके साथ हो जाउंगा.

जीतनराम मांझी ने कहा है कि बिहार में डबल इंजन की सरकार है और नीतीश कुमार अगर वाकई दलितों और पिछड़ो के हिमायती हैं तो वह न्यायपालिका में आरक्षण व्यवस्था लागू करा कर दिखाएं. अगर उन्होंने ऐसा कर दिखाया तो वह उनका समर्थन करेंगे और उनके साथ भी हो जाएंगे.

हालांकि न्यायपालिका में आरक्षण की बात से साफ है कि वह नीतीश कुमार पर इशारों-इशारों में तंज कस रहे हैं. क्यों कि यह नीतीश कुमार के अकेले ऐसे नहीं कर सकते हैं. जिसके बावजूद उन्होंने नीतीश कुमार के साथ जाने की बात कही.

जीतनराम मांझी के बयान से ऐसा भी माना जा रहा है कि महागठबंधन में सीट बंटवारे को लेकर उन्होंने अलग सियासी दांव चला है. जिसके बाद से महागठबंधन के अन्य दलों को भी चौंका दिया है. लेकिन यह भी सच है कि उनकी जो स्थिति है उन्हें किसी भी गठबंधन से हाथ मिलाने में कोई परेशानी नहीं होगी.