बिहार चुनाव: बीजेपी ने जारी किया विजन डॉक्‍यूमेंट; स्‍कूटी, लैपटॉप, कलर टीवी देने का वायदा
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बिहार चुनाव: बीजेपी ने जारी किया विजन डॉक्‍यूमेंट; स्‍कूटी, लैपटॉप, कलर टीवी देने का वायदा

भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली ने बिहार विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा का दृष्टिपत्र (विजन डॉक्‍यूमेंट) गुरुवार को जारी कर दिया, जिसमें छात्रों, किसानों, और राज्य के समग्र विकास का वादा किया गया है। जेटली ने कहा कि यह अवधि काफी लम्बी है, इस अवधि में बिहार का चेहरा बदल जाना चाहिए था, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। इस मौके पर जेटली ने 'बदलिए सरकार, बदलिए बिहार' का नारा भी दिया।

बिहार चुनाव: बीजेपी ने जारी किया विजन डॉक्‍यूमेंट; स्‍कूटी, लैपटॉप, कलर टीवी देने का वायदा

पटना : भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली ने बिहार विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा का दृष्टिपत्र (विजन डॉक्‍यूमेंट) गुरुवार को जारी कर दिया, जिसमें छात्रों, किसानों, और राज्य के समग्र विकास का वादा किया गया है। जेटली ने कहा कि यह अवधि काफी लम्बी है, इस अवधि में बिहार का चेहरा बदल जाना चाहिए था, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। इस मौके पर जेटली ने 'बदलिए सरकार, बदलिए बिहार' का नारा भी दिया।

विजन डॉक्‍यूमेंट में छात्रों और युवाओं पर विशेष जोर दिया गया है। जेटली ने कहा कि भाजपा के विजन डॉक्‍यूमेंट में बिहार को आर्थिक दृष्टि से पिछड़ेपन से निकालने का संकल्प है। इसमें महिला सशक्तीकरण, पर्यावरण, प्रशासनिक सुधार और सुशासन पर बल दिया गया है। भाजपा ने इसका नाम विकास एवं विश्वास का दृष्टि पत्र दिया है। भाजपा ने मेक इन बिहार और डिजिटल बिहार का नारा दिया है। विजन डॉक्यूमेंट में सूबे के किसानों, छात्र-छात्राओं, बेघरों, महादलितों, गरीबों समेत अन्य वर्गों के वोटरों को लुभाने की कोशिश हुई है। भाजपा सरकार में आई तो सबके लिए कुछ न कुछ होगा, इसका वादा किया गया है। दृष्टि पत्र में भाजपा ने कहा है कि वह सत्ता में आई तो हर साल कृषि का अलग बजट पेश होगा। अगले तीन साल में कृषि के अलग फीडर और कम से कम 12 घंटे बिजली जबकि घरेलू स्तर पर 24 घंटे बिजली दी जाएगी। अगले एक साल में हर गांव में बिजली पहुंचा दी जाएगी। सूबे में एक-एक नया कृषि व वेटनरी कॉलेज खोला जाएगा। समय पर लोन चुकता करने वाले किसानों को ब्याज रहित कृषि लोन मिलेगा। जरूरत के मुताबिक नए प्रखंड, अनुमंडल, जिले समेत प्रशासनिक इकाइयां पुनर्गठित होंगी। हर गांव बारहमासी पक्की सड़क से जुड़ेंगे। सभी भूमिहीनों को 5 डिसमिल जमीन, 2022 तक सभी गृहविहीनों को शुद्ध पेयजल, शौचालय एवं बिजलीयुक्त पक्का मकान दिया जाएगा। प्रत्येक परिवार के एक व्यक्ति को ई-लिटरेट बनाया जाएगा।

विजन डॉक्‍यूमेंट में प्रत्येक साल 10वीं और 12वीं कक्षा की 5,000 छात्राओं को मेधा के आधार पर स्कूटी तथा मेधावी छात्र-छात्राओं को लैपटॉप देने का वादा किया है।
दलित और महादलित परिवारों को रंगीन टीवी भी देने का वादा किया गया है। इसमें राज्य को पिछड़ेपन से मुक्ति दिलाकर आर्थिक रूप से संपन्न बनाने का वादा किया गया है। युवाओं को राज्य में ही रोजगार के अवसर मुहैया कराने, उच्च शिक्षा के साथ प्राथमिक शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार के साथ अधिक अवसर मुहैया कराने के संकल्प लिए गए हैं। किसानों को आकर्षित करने के लिए उन्हें ब्याज दर मुक्त कृषि ऋण देने, पानी-बिजली की समस्या दूर करते हुए बीज और उर्वरकों की उपलब्धता सरल बनाने की बात कही है। गरीबों को हर साल धोती और साड़ी देने का वादा किया गया है।

विजन डाक्यूमेंट जारी करते हुए वित्त मंत्री अरुण जेटली ने इसे बिहार का चार्टर्ड ऑफ डेवलपमेंट करार दिया। उन्होंने कहा आर्थिक दृष्टि से बिहार को पिछड़ेपन से निकालने का यह संकल्प है। जेटली ने वादा किया कि अगर भाजपा गठबंधन सत्ता में आया तो इससे राज्य का पिछड़ापन दूर करने में मदद मिलेगी और राज्य प्रगति एवं विकास के मार्ग पर आगे बढ़ेगा।

बिहार के पिछड़ेपन के लिए जदयू, राजद और कांग्रेस के महागठबंधन को जिम्मेदार ठहराते हुए अरुण जेटली ने कहा कि तीन पैरों पर दौड़ने वाला महागठबंधन मुकाबला नहीं जीत सकता और मतदाताओं को चेताया कि अगर महागठबंधन सत्ता में आया तो राज्य में ‘अराजकता और जंगलराज’ का बोलबाला होगा। जेटली ने कहा कि कांग्रेस ने राज्य में 40 सालों तक शासन किया, राजद ने 15 वर्षों तक और जदयू ने 10 वर्षों तक और राज्य के पिछड़ेपन के लिए ये सभी दल जिम्मेदार हैं। जेटली की पार्टी भाजपा हालांकि जदयू के साथ करीब सात वर्षों तक सत्ता में साझेदार रही है।

वित्ता मंत्री ने नीतीश कुमार की आलोचना करते हुए कहा कि उन्होंने उसी दल के साथ हाल मिलाया जिसने बिहार को बर्बाद किया। जदयू-राजद-कांग्रेस के महागठबंधन को विरोधाभासी करार देते हुए उन्होंने कहा कि महागठबंधन में शामिल लोग अवसरवादी हैं। राजनीतिक एकरूपता उनकी प्रकृति नहीं है। अगर वे जीतते हैं तब बिहार को अराजकता में ढकेलने के अलावा और कोई परिणाम सामने नहीं आएगा।

भाजपा नीत गठबंधन के पास ही विकास की सोच होने का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि अगर भाजपा नीत राजग सत्ता में आया तब इससे राज्य का पिछड़ापन दूर करने में मदद मिलेगी और राज्य प्रगति एवं विकास के मार्ग पर आगे बढ़ेगा, जैसे मध्यप्रदेश में भाजपा शासित शासन के दौरान शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व वाली सरकार के दौरान हुआ और वह राज्य बीमारू राज्य की श्रेणी से बाहर आया। उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश में आजादी के बाद से सड़क, बिजली, पानी, स्वास्थ्य सुविधाओं का ढांचा नहीं था लेकिन शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व वाली सरकार के 15 वर्षों के शासन के दौरन तस्वीर बदल गई। भाजपा के वरिष्ठ नेता ने कहा कि अगर बिहार बीमारू श्रेणी में बना हुआ है तब इसकी जिम्मेदारी राजद, जदयू और कांग्रेस पर आती है। भाजपा नीत गठबंधन के पास ही विकास की सोच होने का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि अगर भाजपा नीत राजग सत्ता में आया तब इससे राज्य का पिछड़ापन दूर करने में मदद मिलेगी और राज्य प्रगति एवं विकास के मार्ग पर आगे बढेगा, जैसे मध्यप्रदेश में भाजपा शासित शासन के दौरान शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व वाली सरकार के दौरान हुआ और वह राज्य बीमारू राज्य की श्रेणी से बाहर आया।

इस मौके पर बिहार भाजपा के प्रभारी अनंत कुमार, केन्द्रीय मंत्री व घोषणा पत्र समिति के अध्यक्ष राधामोहन सिंह, पूर्व उप मुख्यमंत्री सुशील मोदी, प्रतिपक्ष के नेता नंदकिशोर यादव, केन्द्रीय राज्यमंत्री राजीव प्रताप रूडी, भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री भूपेन्द्र यादव और अनिल जैन, सांसद डा. सीपी ठाकुर आदि नेता मौजूद थे।