गांव के समग्र विकास से ही आत्मनिर्भर बनेगा बिहार: तारकिशोर प्रसाद
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गांव के समग्र विकास से ही आत्मनिर्भर बनेगा बिहार: तारकिशोर प्रसाद

डिप्टी सीएम तारकिशोर प्रसाद ने कहा कि सरकार के सकारात्मक प्रयास से प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर स्वास्थ्य सुविधाओं में उत्तरोत्तर बेहतरी आई है.

बिहार के डिप्टी सीएम हैं तारकिशोर प्रसाद. (फाइल फोटो)

पटना: एसोचैम (ASSOCHAM) द्वारा आयोजित नॉलेज मैनेजमेंट वर्चुअल मीट ग्रामोत्थान कार्यक्रम को संबोधित करते हुए बिहार के उप मुख्यमंत्री तार किशोर प्रसाद ने कहा कि गांव के उत्थान एवं समग्र विकास से ही बिहार आत्मनिर्भर बनेगा. उप मुख्यमंत्री ने कहा कि ग्रामीण विकास एक क्रांतिकारी एवं जमीनी मुद्दा है और देश के विकास के लिए अत्यंत आवश्यक है.

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) एवं बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) के नेतृत्व में बिहार में ग्रामीण विकास पर ध्यान केंद्रित किया है एवं ग्रामीण क्षेत्रों में शिक्षा, चिकित्सा सुविधाओं, सड़क, बिजली आदि पर काफी काम हुए हैं. सभी गांव का विद्युतीकरण किया जा चुका है. गांव एवं टोले को संपर्क पथों से जोड़ा गया है. लोगों के घरों में शौचालय के निर्माण के लिए ₹12000 की प्रोत्साहन राशि देकर स्वच्छ भारत अभियान के तहत कार्य हुए हैं.

डिप्टी सीएम ने कहा कि सरकार के सकारात्मक प्रयास से प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर स्वास्थ्य सुविधाओं में उत्तरोत्तर बेहतरी आई है. स्वास्थ्य बीमा के माध्यम से लोगों को अस्पतालों में चिकित्सा सुविधा प्रदान करने की व्यवस्था सुनिश्चित की गई है. लोगों की तकनीकी प्रतिभा को विकसित करने के लिए पॉलिटेक्निक कॉलेज खोले गए हैं एवं नए पाठ्यक्रमों को भी उसमें समाहित किया गया है.

उन्होंने कहा कि पृथक रूप से कौशल विकास विभाग के गठन की कार्रवाई की जा रही है. रोजगार सृजन के दृष्टिकोण से युवाओं को रोजगार का अवसर प्रदान करने हेतु उद्योग विभाग की ओर से नए उद्योगों को खोलने के लिए बेहतर कार्यक्रम बनाए गए हैं. नई तकनीक के विषय में युवाओं को प्रशिक्षित एवं सशक्त बनाने के लिए भी कार्यक्रम संचालित किए गए हैं.

उप मुख्यमंत्री ने कहा कि आत्मनिर्भर ग्रामीण भारत ही आत्मनिर्भर भारत की आधारशिला है. वहीं, विकास भारती के  सचिव पद्मश्री अशोक भगत ने कहा कि जब तक गांव विकसित नहीं होंगे, तब तक हम विकसित भारत का सपना नहीं देख सकते. इसके लिए उन्होंने  ग्रामीण क्षेत्रों में उद्योगों की विनिर्माण इकाइयां खोलने की आवश्यकता पर बल दिया है.