पटना : बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग के प्रयासों के कारण बिहार में मलेरिया पीड़ितों की संख्या में काफी कमी आई है.  मलेरिया को जड़ से खत्म करने लिए विभाग द्वरा निरंतर जागरुकता अभियान चलाया जा रहा है.


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पांडे ने आगे कहा कि इसको आगे बढ़ाते हुए स्वास्थ्य विभाग द्वारा प्रति वर्ष की भांति इस वर्ष भी जून में एंटी मलेरिया माह के रूप में मना रहा है. 'मलेरिया रोग के बोझ को कम करने और जीवन बचाने के लिए नवाचार का उपयोग करें' को मलेरिया माह की थीम बनायी गयी है. जून में मलेरिया जागरूकता पर होने वाली गतिविधियों के विषय में सभी जिलों के वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारियों को विभाग द्वारा पत्र लिखकर सूचित किया गया है. 


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एंटी मलेरिया माह के दौरान राज्य के सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर मलेरिया संबंधी पोस्टर बनाकर, स्लोगन लिखकर और खुली प्रतियोगिता के माध्यम से प्रचार-प्रसार कर आमजनों को जागरूक करने पर जोर दिया जा रहा है. विभाग द्वारा राज्य के मलेरिया से अति प्रभावित जिलों व उसके सीमावर्ती क्षेत्रों, जनजातीय एवं प्रवासी लोगों में जागरुकता बढ़ाने पर विशेष जोर दिया जा रहा है. मलेरिया पर जन-जागरूकता को बढ़ाने के लिए पंचायती राज, अन्य सरकारी विभाग एवं स्टेक होल्डर्स के सहयोग से कार्यशाला भी हो रही है।.


मलेरिया से बचाव के लिए आमजनों को अपने घरों में तथा घर के चारों तरफ जलजमाव को रोकने के लिए जागरूक किया जा रहा है. साथ ही राज्य के विभिन्न समुदायों, सभी सरकारी विद्यालयों एवं कार्यालयों में मलेरिया से रोकथाम के लिए शपथ ग्रहण कार्यक्रम होगा. मलेरिया पर प्रभावी रोकथाम के लिए अनुश्रवण एवं पर्यवेक्षण को सुदृढ़ किया जा रहा है. इसके अलावा राष्ट्रीय स्तर पर पोस्टर मेकिंग, स्लोगन राइटिंग और खुली प्रतियोगिता का आयोजन माय गवर्नमेंट पोर्टल पर किया जाएगा. प्रतियोगिता में विजेता प्रतिभागी को प्रशस्ति पत्र राष्ट्रीय, राज्य, जिला और प्रखंड स्तर पर दिया जाएगा.