BPSC 67th Prelims: परीक्षा इसलिए टालनी पड़ी क्योंकि उम्मीदवारों की संख्या अधिक हो गई थी. प्रारंभिक परीक्षा के लिए कुल 602221 आवेदन प्राप्त हुए हैं.
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Patna: बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) की 67वीं संयुक्त प्रारंभिक परीक्षा (Preliminary Exam) 23 जनवरी 2022 को संभावित थी, जिसे स्थगित कर दिया गया है. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, परीक्षा इसलिए टालनी पड़ी क्योंकि उम्मीदवारों की संख्या अधिक हो गई थी. प्रारंभिक परीक्षा के लिए कुल 602221 आवेदन प्राप्त हुए हैं. जिनमें महिला अभ्यर्थियों (Female Candidates) की संख्या 182545 है. यानी कि फीमेल कैंडिडेट्स के फॉर्म भरने का प्रतिशत 30 से अधिक है.
इस बार अभ्यर्थियों की संख्या अधिक होने से इस अनुरूप परीक्षा केंद्र (Exam Centre), प्रश्नप्रत्र (Question Paper), ओएमआर शीट (OMR Sheet) आदि की भी व्यवस्था करना चुनौती है. यहां हम आपको वजह बता रहे हैं, जिससे कि पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष आवेदनों की संख्या में लगभग डेढ़ लाख तक की बढ़ोतरी हुई है.
अन्य भर्ती परीक्षाओं में रिक्तियों की संख्या कम होना
पहले बैंक, रेलवे, SSC की परीक्षाओं में भारी संख्या में बिहार (Bihar) के उम्मीदवार आवेदन करते थे, लेकिन अब इन सभी में वैकेंसी कम आ रही है. इससे कॉम्पिटिटिव एग्जाम की तैयारी करने वाले युवा निराश होकर BPSC के लिए अप्लाई कर रहे हैं. यदि नियोजित शिक्षक, कॉन्स्टेबल, सब इंस्पेक्टर की वैकेंसी को छोड़ दें तो इतनी बड़ी वैकेंसी कहीं नहीं दिखती. इसके अलावा, अन्य नौकरी और BPSC की नौकरी में स्टेटस का भी फर्क भी है.
प्राइवेट नौकरी में असुरक्षा का भाव
कोविड-19 महामारी के कारण प्राइवेट जॉब में असुरक्षा की भावना काफी बढ़ गई है. वहीं, कॉम्पिटिटिव एग्जाम की तैयारी कर रहे यूथ में सिविल सेवा के प्रति रुझान बढ़ा है. इसके अलावा, UPSC में सीटें घटने के कारण बड़ी संख्या में उससे जुड़े उम्मीदवार BPSC की तरफ रुख कर रहे हैं.
50 हजार रुपये की प्रोत्साहन राशि
BPSC प्रारंभिक परीक्षा में सफल होने वाले उम्मीदवारों को सरकार प्रोत्साहित करने और मेन एग्जाम की बेहतर तैयारी के लिए 50 हजार रुपए की राशि प्रदान कर रही है. इससे खास तौर पर महिलाओं और एससी-एसटी उम्मीदवारों को काफी राहत मिल रही है. आवेदनों की संख्या बढ़ने का यह भी एक बड़ा कारण है.
BPSC समय से ले रहा है परीक्षा
पिछले कुछ वर्षों से BPSC परीक्षा समय से आयोजित की जा रही है. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, कई वर्षों की बैकलॉग वैकेंसी पूरी कर ली गई है. लगभग डेढ़ वर्ष में अंतिम परिणाम जारी कर दिया जा रहा है. समय से परीक्षा होने की वजह से भी उम्मीदवारों की संख्या बढ़ी है.