बिहार में जातीय जनगणना का श्रेय लेने की मची होड़, सुशील मोदी ने कही ये बात
Advertisement
trendingNow0/india/bihar-jharkhand/bihar1206437

बिहार में जातीय जनगणना का श्रेय लेने की मची होड़, सुशील मोदी ने कही ये बात

बिहार में जातीय जनगणना को लेकर सर्वदलीय बैठक में सहमति बनने और मंत्रिमंडल की बैठक में मंजूरी मिलने के बाद अब जल्द ही जातीय जनगणना की तैयारी हो रही है.

 (फाइल फोटो)

Patna: बिहार में जातीय जनगणना को लेकर सर्वदलीय बैठक में सहमति बनने और मंत्रिमंडल की बैठक में मंजूरी मिलने के बाद अब जल्द ही जातीय जनगणना की तैयारी हो रही है. इस बीच, अब इसका श्रेय लेने के लिए राजनीतिक दलों में होड़ मची है.

RJD जहां इसका श्रेय लेने के लिए तत्पर दिख रहा वहीं भाजपा भी इसका कभी विरोध नहीं करने का दावा कर रही है. भाजपा के नेता और राज्यसभा सांसद सुशील कुमार मोदी का कहना है कि भाजपा कभी भी जातीय जनगणना के विरोध में नहीं रही . उन्होंने कहा कि बिहार विधानसभा और विधान परिषद में दो-दो बार सर्वसम्मत प्रस्ताव भाजपा की सहमति एवं भाजपा जदयू की सरकार के कार्यकाल में ही पारित हुआ. RJD - कांग्रेस के कार्यकाल में कभी प्रस्ताव क्यों नहीं आया ?

उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र और उड़ीसा विधानसभा से भी सर्व सम्मत प्रस्ताव पारित हुआ जहां भाजपा महत्वपूर्ण दल था . यदि भाजपा विरोध में होती तो भाजपा कभी अपने वरिष्ठ मंत्री जनक राम एवं झारखंड में प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश को प्रधानमंत्री से मिलने वाले सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल में शामिल नहीं कराती .

उन्होंने सवालिया लहजे में कहा कि RJD तो 2004 से 2014 तक केंद्र सरकार में शामिल थी तो उसने 2011 की जनगणना में जाति का एक कॉलम क्यों नहीं जुड़वाया? उन्होंने कहा कि RJD अनावश्यक श्रेय लेने का प्रयास ना करें . इसका इतिहास तो रहा है कि पंचायत और नगर निकाय चुनाव में पिछड़ों को बिना आरक्षण दिए चुनाव करा दिया था .

इधर, RJD के नेता तेजस्वी यादव का कहना है कि वर्ष 2011 के सामाजिक,आर्थिक व जाति आधारित जनगणना की रिपोर्ट भाजपा सरकार ने सार्वजनिक नहीं की.उसके बाद से धरना-प्रदर्शन इत्यादि के जरिए हमारा संघर्ष अनवरत जारी रहा.

विधानसभा से दो बार प्रस्ताव पारित कराया गया. प्रतिनिधिमंडल भाजपा से मिला. हमने सभी दलों को पत्र लिखा. फिर भी भाजपा ने इंकार किया. उन्होंने कहा कि हमने इन्हें अल्टिमेटम देकर आंदोलन करने की घोषणा की आखिरकार भाजपा बाध्य हुई और बिहार में उसे हमारे विचार के साथ खड़े होकर समर्थन करना पड़ा.

जदयू के प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा ने इस मामले में राजनीति नहीं करने की अपील की. उन्होंने RJD को निशाने पर लेते हुए कहा कि यदि सही में RJD की इतनी चिंता थी, तो वर्ष 2011 में यूपीए सरकार द्वारा कराए गए जनगणना की रिपोर्ट जारी क्यों नहीं प्रकाशित कराया गया. उन्होंने कहा कि RJD जातीय भावना भड़काकर लाभ लेना चाहता है.

(इनपुट: आईएएनएस) 

 

Trending news