First Monday of 2022: साल का पहला सोमवार होने से यह शिवपूजा के लिए खास दिन है. लेकिन, यह भी ध्यान रखने की जरूरत है कि भगवान शिव की पूजा करते समय किन-किन सावधानियों को बरतने की जरूरत हैं.
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पटनाः First Monday of 2022: जो भी भक्त भगवान शिव की पूजा पूरे मन से करते हैं उन्हें भगवान शिव के साथ माता पार्वती का आशीर्वाद भी प्राप्त होता है. उनका व्रत रखने से लम्बी आयु का वरदान मिलता है. स्वास्थ्य से संबंधित सभी कष्ट दूर होते हैं और प्रकृति से जुड़ने का अनुभव प्राप्त होता है. इसीलिए पौधरोपण करने से भी भगवान शंकर की कृपा जल्दी प्राप्त होती है. कल यानी 3 जनवरी को 2022 का पहला सोमवार का दिन है. चंद्र दर्शन के लिए शुभ दिन है.
जरूर करें चंद्रदर्शन
इस दिन चंद्रमौलि भगवान शिव का ध्यान करते हुए चंद्रमा के दर्शन करने चाहिए. ऐसा करने से आप वर्ष भर प्रसन्न रहेंगे, सकारात्मक ऊर्जा से लबरेज रहेंगे और कभी भी निराशा से नहीं घरेंगे. क्योंकि चंद्रमा मन का प्रतीक होता है और मन पर महादेव का नियंत्रण हो जाता है.
साल का पहला सोमवार होने से यह शिवपूजा के लिए खास दिन है. लेकिन, यह भी ध्यान रखने की जरूरत है कि भगवान शिव की पूजा करते समय किन-किन सावधानियों को बरतने की जरूरत हैं. क्योंकि अगर पूजा ठीक से नहीं कर पाये तो वह निष्फल हो जाती है. तो आइए इस बारे में बात करते हैं कि महादेव शिव की पूजा के दौरान क्या-क्या सावधानियां बरतनी चाहिए.
ये बरतें सावधानियां
1. कभी भी तांबे के लोटे या बर्तन से शिव को दूध अर्पित नहीं करें. दूध हमेशा पीतल या चांदी के पात्र में ही डालें. तांबे में दूध डालने से वह दूध संक्रमित हो जाता है और जहर के समान जाता है .
2. शिवलिंग पर दूध, दही, शहद या कोई भी वस्तु चढ़ाने के बाद जल अवश्य चढ़ाएं. स्नान तभी पूर्ण होता है जब हमारी चढ़ाई वस्तु जल से पूरी तरह साफ कर दें .
3.बहुत से लोग शिवलिंग पर ही धूप या अगरबत्ती लगा देते हैं जोकि गलत है. उससे शिवलिंग पर गर्म राख गिरती है जिससे बचाव करना चाहिए .
4. शिवलिंग के ऊपर रखे कलश में कभी भी दूध ना डालें. उसमें सिर्फ साफ जल ही डालें ताकि शिवलिंग पर साफ जल चढ़ता रहे और स्नान होता रहे. सिर्फ रुद्राभिषेक के समय ही कलश में दूध डाल सकते हैं.
5.शिवलिंग पर कभी भी सिंदूर या रोली से टीका न लगाएं. शिवलिंग पर सिर्फ चंदन का तिलक करें.
6. कुछ लोग शिवलिंग पर ही रुपये चढ़ा देते हैं जो अनुचित है.
7.कभी भी शिवलिंग की पूरी परिक्रमा न करें. जिधर से जल बहता है उधर तक जाएं और वापस घूम जाएं .
8. बहुत से लोग मंदिरों में भगवान की मूर्ति के आगे लगे शीशे पर ही भोग लगा देते हैं. ऐसा न करें.
9. शिव पर केतकी के पुष्प नहीं चढ़ाये जाते हैं. इसका भी ध्यान रखें. एक कथा के अनुसार केतकी के पुष्प ने झूठ बोला था, इसलिए महादेव शिव ने ही उन्हें अपनी पूजा से अलग कर दिया था.
10. शिवलिंग पर अभिषेक शंख से नहीं किया जाता है. यह जरूर ध्यान रखें.