बिहार में बालू माफियाओं के खिलाफ ताबड़तोड़ कार्रवाई, कुल 41 अधिकारियों पर गिरी गाज
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बिहार में बालू माफियाओं के खिलाफ ताबड़तोड़ कार्रवाई, कुल 41 अधिकारियों पर गिरी गाज

Bihar News: बिहार में बालू माफियाओं के खिलाफ राज्य के कई जिलों में ताबड़तोड़ कार्रवाई हो रही है. यही वजह है कि बालू माफियाओं (Illegal Mining of Sand in Bihar) से सांठगांठ रखने वाले पांच सरकारी अधिकारियों पर अबतक केस दर्ज हो चुका है. 

बालू माफियाओं के खिलाफ ताबड़तोड़ कार्रवाई (सांकेतिक फोटो)

Patna: बिहार में बालू माफियाओं के खिलाफ राज्य के कई जिलों में ताबड़तोड़ कार्रवाई हो रही है. यही वजह है कि बालू माफियाओं (Illegal Mining of Sand in Bihar) से सांठगांठ रखने वाले पांच सरकारी अधिकारियों पर अबतक केस दर्ज हो चुका है. इसके अलावा कई को निलंबित किया गया है.

जानकारी के अनुसार, राज्य के तत्कालीन एसपी राकेश दुबे, सुनील कुमार सिंह, एसडीपीओ तनवीर अहमद, विनोद कुमार, पंकज रावत समेत कई अधिकारियों पर बालू माफियाओं के साथ सांठगांठ होने के आरोप में मामला दर्ज किया गया है. दरअसल, इन अधिकारियों पर आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने मामले में इओयू (Economic Offences Unit) ने केस दर्ज किया है.

बीते दिनों ज़ी न्यूज ने ऑपरेशन पाइरेट्स के जरिए राज्य के बालू माफियाओं की जो सच्चाई बिहार सरकार के सामने लाई, उसका परिणाम यह हुआ कि बिहार विधानसभा में भी बालू माफियाओं के खिलाफ आवाज उठी. इसके बाद खुद सीएम नीतीश कुमार ने संगठित बालू माफियाओं के खिलाफ कार्रवाई करने के निर्देश जारी किए. यही वजह है कि अबतक 41 अधिकारियों पर इओयू कारवाई कर चुकी है.

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अवैध बालू खनन को लेकर सरकारी एजेंसी कर रही है ताबड़तोड़ कार्रवाई
इसके अलावा, राज्य भर में अवैध बालू खनन कारोबार से सांठगांठ और खनन को रोकने मामले में चल रही जांच को लेकर कई अधिकारियों को निलंबित किया जा चुका है. साथ ही सरकारी एजेंसी आय से अधिक संपत्ति मामले में दोषी अधिकारियों के खिलाफ ताबड़तोड़ कार्रवाई कर रही है. 
 
इन सरकारी अधिकारियों पर भी हुई कार्रवाई
बांका,भोजपुर, अरवल जिले में अतिरिक्त प्रभार में रह चुके है एमवीआई विनोद कुमार पर अब सरकार ने कार्रवाई की है. इससे पहले 2016 में एमवीआई विनोद कुमार को निगरानी विभाग ने गिरफ्तार किया था. अधिकारी को 44 हजार रुपए रिश्वत लेते सरकारी एजेंसी ने रंगे हाथों गिरफ्तार किया था. इसके साथ ही 02 सितंबर को पालीगंज के तत्कालीन एसडीओ तनवीर अहमद के घर भी की गई थी. छापेमारी में अवैध संपत्ति मिलने की पुष्टि सरकारी एजेंसी ने की है. 

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