Judge Murder Case: धनबाद के जज उत्तम आनंद की सड़क हादसे में मौत हो गई थी. हालांकि यह हादसा इतना सहज नहीं था, बल्कि इस हादसे की सीसीटीवी फुटेज ने कई तरह के सवाल खड़े किए थे.
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रांची : Judge Murder Case: झारखंड हाइकोर्ट ने जज उत्तम आनंद की मौत के मामले में सुनवाई की. इस दौरान कोर्ट ने CBI की स्टेटस रिपोर्ट पर नाराजगी जताई और साथ ही आशंका जताते हुए कहा कि जांच में जितना समय लगेगा, अपराधी को भागने का उतना ही अधिक समय मिलेगा. कोर्ट ने टिप्पणी करते हुए कहा कि कहीं ये केस एक मर्डर मिस्ट्री न बनकर रह जाए.
कोर्ट ने जताई नाराजगी
जानकारी के मुताबिक, धनबाद के जज उत्तम आनंद की सड़क हादसे में मौत हो गई थी. हालांकि यह हादसा इतना सहज नहीं था, बल्कि इस हादसे की सीसीटीवी फुटेज ने कई तरह के सवाल खड़े किए थे. इसके बाद से इस मामले में जांच जारी है. मामले में स्वत: संज्ञान से दर्ज जनहित याचिका पर शुक्रवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सुनवाई की गई. कोर्ट ने सीबीआइ की स्टेटस रिपोर्ट देखने के बाद नाराजगी जतायी.
हाईकोर्ट कर रहा मॉनिटरिंग
इस मामले में सुनवाई करते हुए चीफ जस्टिस डॉ रवि रंजन व जस्टिस सुजीत नारायण प्रसाद की खंडपीठ ने कहा कि हत्या के मामले की जांच में कोई प्रगति नहीं हुई है. इस पर सरकार के अधिवक्ता संजय पिपरवाल, अधिवक्ता प्रिंस कुमार व अधिवक्ता राकेश रंजन ने पक्ष रखा. सीबीआइ से पहले पुलिस की एसआइटी जांच कर रही थी. सुप्रीम कोर्ट ने भी जज की मौत मामले में सुनवाई करते हुए सीबीआइ को निर्देश दिया था कि जांच का स्टेटस रिपोर्ट प्रत्येक सप्ताह हाइकोर्ट को सौंपे. हाइकोर्ट जांच की मॉनीटरिंग कर रहा है.
14 को जांच की स्टेटस रिपोर्ट तलब
मामले की अगली सुनवाई के दौरान सीबीआइ को जांच का स्टेटस रिपोर्ट दायर करने का निर्देश दिया. मामले की अगली सुनवाई के लिए 14 जनवरी की तिथि निर्धारित की. इससे पूर्व सीबीआइ की ओर से एडिशनल सोलिसीटर जनरल व वरीय अधिवक्ता एसबी राजू ने पक्ष रखते हुए खंडपीठ को बताया कि जांच के दौरान अब तक 200 से अधिक लोगों से पूछताछ की जा चुकी है. अनुसंधान अभी जारी है. मोबाइल छीनने के दाैरान हत्या किये जाने की आशंका है. आरोपियों का नारको टेस्ट व ब्रेन मैपिंग दोबारा कराया गया है, जिसकी रिपोर्ट आनी है. हर बिंदु पर अनुसंधान चल रहा है. षड़यंत्रकर्ता तक पहुंचने का प्रयास किया जा रहा है.
सीबीआइ की क्षमता पर संदेह नहीं
खंडपीठ ने कहा कि उसे सीबीआइ की क्षमता पर कोई संदेह नहीं है. सीबीआइ कोशिश कर रही है, लेकिन हो नहीं पा रहा है. सीबीआइ चार्जशीट में कहती है कि मर्डर जानबूझ कर (इंटेंशनली) किया गया है. मामले में मोबाइल लूट के प्रयास में हत्या की संभावना बताई जा रही है, लेकिन सीसीटीवी फुटेज कुछ और कह रहा है. फुटेज में साफ दिख रहा है कि जज की हत्या हुई है. कोर्ट ने मिस्ट्री न बन जाने की चिंता जताई.