कोलेजियम सिस्टम को लेकर उपेंद्र कुशवाहा के बयान पर शुरू हुआ सियासी संग्राम
उपेंद्र कुशवाहा के इस बयान पर पटना हाईकोर्ट के वरिष्ठ अधिवक्ता योगेश चंद्र वर्मा का बयान भी आ गया है. उन्होंने इसको लेकर कहा कि पूरे विश्व इस तरह की व्यवस्था कहीं नहीं है. सिर्फ अपने देश में ही कोलेजियम सिस्टम है. देश में कोलेजियम सिस्टम फेल हो चुका है.
पटना : अदालतों में जजों की नियुक्ति को लेकर कोलेजियम सिस्टम पर जदयू के वरिष्ठ नेता और संसदीय दल के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने एक बड़ा बयान दिया है. उनके इस बयान के बाद से सियासी संग्राम छिड़ गया है. विपक्षी दल उपेंद्र कुशवाहा के इस बयान पर लगातार अपनी प्रतिक्रिया दे रहे हैं. दरअसल उपेंद्र कुशवाहा ने जजों की नियुक्ति को लेकर देश में चल रहे कोलेजियम सिस्टम को देश के लिए अभिशाप बताया है.
उपेंद्र कुशवाहा के इस बयान पर पटना हाईकोर्ट के वरिष्ठ अधिवक्ता योगेश चंद्र वर्मा का बयान भी आ गया है. उन्होंने इसको लेकर कहा कि पूरे विश्व इस तरह की व्यवस्था कहीं नहीं है. सिर्फ अपने देश में ही कोलेजियम सिस्टम है. देश में कोलेजियम सिस्टम फेल हो चुका है. जज का पद 200 परिवारों के बीच ही सीमित हो चुका है. ऐसे में कोलेजियम सिस्टम की वजह से न्यायपालिका में भ्रष्टाचार बढ़ा है.
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वहीं उपेंद्र कुशवाहा के बयान पर भाजपा के प्रवक्ता अरविंद सिंह ने कहा कि देश की संवैधानिक संस्थाओं पर हम टिप्पणी नहीं करते. टिप्पणी करना भी ठीक नहीं. उपेंद्र कुशवाहा को बात करनी है तो उचित फोरम पर बात रखें. सिर्फ राजनीति के लिए बयान देना ठीक नहीं है.
वहीं कुशवाहा के बयान पर कांग्रेस नेता चंद्र प्रकाश ने कहा कि उपेन्द्र कुशवाहा राजनीति के लिए ऐसे बयान दे रहे हैं. क्या देश के पीएम जो फैसले लेते हैं वो सही है. क्या राज्य का सीएम जो फैसला लेता है वो सही है. फैसला कोई न कोई इंसान ही लेगा. ऐसे में उसे अलग तरह के चश्मे से देखना ठीक नहीं.
वहीं इसको लेकर राजद प्रवक्ता सारिका पासवान ने कहा कि उपेन्द्र कुशवाहा ने बिल्कुल सही कहा है. कोलेजियम सिस्टम के कारण ही योग्य सख्स जज नहीं बन पाते हैं. उन्होंने आगे कहा कि उपेन्द्र कुशवाहा को केंद्र की मोदी सरकार पर भी सवाल उठाने चाहिए क्योंकि मोदी सरकार भी अभिशाप है.