Caste Census: जातिगत जनगणना पर नहीं थम रहा घमासान, बिहार के उद्योग मंत्री ने कहा कुछ ऐसा
Caste Census: बिहार में जल्द ही जातीय जनगणना शुरू होने जा रही है. वहीं, जाति गणना के मसले पर नीतीश कुमार ने भले ही सभी दलों की सहमति ले ली हो लेकिन अभी भी एक वर्ग ऐसा है जो अंदर ही अंदर इस फैसले से नाखुश है.
Patna: Caste Census: बिहार में जल्द ही जातीय जनगणना शुरू होने जा रही है. वहीं, जाति गणना के मसले पर नीतीश कुमार ने भले ही सभी दलों की सहमति ले ली हो लेकिन अभी भी एक वर्ग ऐसा है जो अंदर ही अंदर इस फैसले से नाखुश है. वह सरकार में शामिल ब्यूरोक्रेट, शामिल मंत्री नहीं चाहते जातीय जनगणना पर कुछ न कुछ बोलते नजर आए हैं. कुछ इस प्रकार से बिहार में देखने को मिल रहा है. बिहार सरकार में विशेष सचिव के रूप में मौजूद आईपीएस विकास वैभव ने भी जातीय जनगणना को लेकर हाल ही में बयान दिया है. साथ ही साथ मंत्री शाहनवाज हुसैन ने भी जाति और धर्म से ऊपर उठकर राजनीति करने की सलाह सभी को दे डाली है.
लेट्स इंस्पायर बिहार
दरअसल आईपीएस विकास वैभव इन दिनों लेट्स इंस्पायर बिहार कार्यक्रम चला रहे हैं. कार्यक्रम का मकशद युवाओं को बेहतर करने के लिए प्रेरित करना है. रविवार को पटना में लेट्स इंस्पायर बिहार के तहत ग्लोबल समिट का आयोजन किया गया जिसका थीम थी, शिक्षा समता और उद्यमिता. कार्यक्रम के दौरान विकास वैभव ने उदाहरण के साथ जाति और बिना जाति के शासन चलाने का फर्क आम लोगों को समझाया है.
बिहार प्राचीन काल में स्थापित था
विकास वैभव ने कहा कि जब सोच बड़ी होती है तो वेदांत का दर्शन संभव हो पाता है. अगर हम जाति के नाम पर, संप्रदाय के नाम पर, लिंग भेद के नाम पर आपस में संघर्ष करते रहेंगे तो हम उर्जा को व्यर्थ करेंगे. ऊर्जा को अच्छे काम में लगाने की जरूरत है. यदि बिहार प्राचीन काल में स्थापित था, यदि हमने अखंड भारत की स्थापना की तो उसके पीछे एकमात्र वजह जोड़ना था, तोड़ना नहीं. अखंड भारत का केंद्र एक समय पाटलिपुत्र था, क्योंकि हमारी सोच बड़ी थी. आचार्य चाणक्य छोटी सोच को लेकर चलते तो चंद्रगुप्त में उन्हें सामर्थ्य नहीं दिखता. चाणक्य अगर शास्त्रीय मत के अनुसार चले होते तो वह भी किसी क्षत्रिय को खोजते. जिस संस्कृति में सामर्थ्य का सम्मान होता है वही आगे बढ़ती है.
शहनवाज हुसैन ने कहा कुछ ऐसा
वहीं, कार्यक्रम मे मौजूद उद्योग मंत्री शाहनवाज हुसैन भी विकास वैभव से सहमत नज़र आए. शाहनवाज हुसैन ने कहा कि भागलपुर में हिंदू-मुस्लिम धर्म के नाम पर फसाद हुआ था. बीजेपी नेतृत्व ने मुझे हुक्म दिया कि भागलपुर जाओ और वहां मोहब्बत के फूल खिलाओ. मैंने वो भी करके दिखाया. जाति धर्म से ऊपर उठकर भी राजनीति होती है. लोग मुझसे पूछते हैं कि आपकी जिंदगी का अचीवमेंट क्या है मैं कहता हूं भागलपुर में सांसद बनकर सभी समाज का विश्वास हासिल करना ही मेरी उपलब्धि है. जाति धर्म से ऊपर उठकर ही कोई अलग दिख सकता है भीड़ के साथ चलने वाले लोग कभी गिने नहीं जाते कोशिश करते हैं.
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