पटनाः Upendra Kushwaha on Agni Path Scheme:अग्निपथ योजना को लेकर बिहार में जदयू और भाजपा के बीच लगातार रार जारी है. दोनों ही दलों के नेता एक-दूसरे पर आरोप लगा रहे हैं. जेडीयू संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने सोमवार को कहा कि किसी भी संगठन या गठबंधन में सबकुछ सहज रखने के लिए आपसी बातचीत जरूरी है. उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि अग्निपथ लॉन्च करने से पहले जेडीयू को इस बारे में कोई जानकारी नहीं दी गई. उन्होंने कहा, 'कहीं भी कोई संगठन हो तो वहां आपस में संबंध अच्छा रहे, सबकुछ सहज रहे, इसके लिए बातचीत और भरोसा जरूरी है. जहां तक अग्निपथ योजना की बात है तो इसको लाने से पहले भारत सरकार की ओर से उन्हें कोई जानकारी नहीं दी गई थी.
कुशवाहा यही नहीं रुके, बल्कि उन्होंने 


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योजना पर विचार करने की जरूरत
कुशवाहा ने कहा, 'हम लोगों ने तो पहले ही कहा जब आंदोलन की शुरुआत हुई, छात्र नौजवान सड़क पर निकले हैं. भारत की सरकार में जो संबंधित लोग हैं, उनको यह बात देखनी चाहिए कि छात्र नौजवानों के आक्रोश के पीछे कारण क्या है. क्या उनकी आशंकाएं हैं. इन चीजों पर ध्यान रखते हुए और बातचीत करते हुए भारत सरकार को आगे बढ़ना चाहिए. अगर जरूरत पड़े तो इनसे बात करने के बाद इस योजना में अगर बदलाव की आवश्यकता है तो अग्निपथ योजना में उसपर भी विचार करना चाहिए.'


बीजेपी और जदयू के पुराने हैं संबंध
बीजेपी के साथ संबंध के सवाल पर उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि संबंध आज भी हैं और आगे भी रहेंगे, इसमें कहीं कुछ नहीं है. जेडीयू और बीजेपी का पुराना संबंध है. अगर कोई जरूरी मामला सामने आएगा तो इस पर बयान दिया जाएगा, जैसी जरूरत अग्निपथ योजना के मामले में महसूस हुई. जब जरूरत महसूस हुई तो इसपर बयान दिया गया. छात्र नौजवान रोड पर आ गए, आक्रोशित दिखे तो हमारी पार्टी की ड्यूटी बनती है कि हम इसपर अपनी बात रखें. इस ड्यूटी के अनुकूल जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने बयान दिया है, बाकी लोगों ने भी पार्टी की बात रखी. आरसीपी सिंह का बंगला खाली होने पर बोले कि बंगला अरसीपी सिंह का था ही नहीं, वो उसमें रह रहे थे. विधानसभा विधान परिषद का अपना सिस्टम होता है, बंगला वहीं से एलाट होता है.


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