नीतीश कुमार और अमित शाह की पहली मुलाकात खत्म, मुस्कुराते हुए निकले सीएम
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नीतीश कुमार और अमित शाह की पहली मुलाकात खत्म, मुस्कुराते हुए निकले सीएम

नाश्ता के बाद अमित शाह सीधे ज्ञान भवन जाएंगे, जहां आईटी शेल के कार्यकर्ताओं और विस्तारकों को संबोधित करेंगे. सुरक्षा के चौक-चौबंद व्यवस्था किए गए हैं.

पटना पहुंचे अमित शाह. (तस्वीर- Twitter)

पटना : भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह अपने एक दिवसीय दौरे पर पटना पहुंच चुके हैं. एयरपोर्ट पर कार्यकर्ताओं ने उनका भव्य स्वागत किया. राजकीय अतिथिशाला में नाश्ते पर उनकी मुलाकात बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ हुई. मुलाकात के दौरान बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी और बिहार बीजेपी अध्यक्ष नित्यानंद राय सहित बीजेपी के कई नेता मौजूद रहे. मुलाकात खत्म होने के बाद सीएम नीतीश राजकीय अतिथिशाला से अपने आवास के लिए निकल गए. उन्हें छोड़ने के लिए अमित शाह गेट तक पहुंचे थे. गेस्टहाउस से निकलते समय दोनों नेता काफी खुश नजर आ रहे थे. कयास लगाए जा रहे हैं कि इस मुलाकात के दौरान दोनों नेताओं के बीच लोकसभा चुनाव को देखते हुए सीट शेयरिंग पर भी बात हुई होगी. 

जानकारी के मुताबिक, बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह और नीतीश कुमार साथ नाश्ता करेंगे. अमित शाह को नाश्ते में सत्तू के पराठे, कचौड़ी, चने की सब्जी, नेनुआ (तोरई) की सब्जी परोसी गई. साथ ही उपमा का भी इंतजाम किया गया था. साथ ही आलू की सब्जी, दही का मट्ठा, लस्सी, फल जैसे सेब, पपीता और आम का भी नाश्ते में इंतजाम किए गए थे.

इसके अलावा खास तरह के पकवान तैयार किये गए थे. इसमें बिहार, गुजरात और राजस्थान सहित कुछ दक्षिण के राज्यों के व्यंजन भी शामिल किए गए थे. राजकीय अतिथिशाला में अमित शाह और नीतीश कुमार सहित कुल 50 लोगों को पोहा, हींग कचौरी, उपमा, कोसरिया जलेबी और सत्तू पाराठा जैसे व्यंजन परोसे गए.

नाश्ते के बाद अमित शाह सीधे ज्ञान भवन जाएंगे, जहां आईटी शेल के कार्यकर्ताओं और विस्तारकों को संबोधित करेंगे. सुरक्षा के चौक-चौबंद व्यवस्था किए गए हैं.

संभावना व्यक्त की जा रही है कि बीजेपी की सत्ता में वापसी के बाद शाह की इस बिहार यात्रा के दौरान न केवल नीतीश के जेडीयू से सीट बंटवारे पर चर्चा होगी, बल्कि लोकसभा चुनाव की रणनीतियों पर भी बातचीत होने की उम्मीद है. ऐसे में शाह के इस दौरे पर न केवल बिहार के सत्ता पक्ष के नेताओं की नजर है, बल्कि विपक्ष भी इन नेताओं की मुलाकात पर पैनी निगाह रखे हुए है.

वर्ष 2015 में हुए बिहार विधानसभा चुनाव के बाद शाह की यह पहली बिहार यात्रा है. हालांकि, तब और आज के समय में काफी बदलाव आ गया है. उस समय जेडीयू बीजेपी से अलग महागठबंधन में था, लेकिन अब बीजेपी के साथ सरकार में है.