पटना: CNG से चलने वाली गाड़ियों में हो रहा इजाफा, लेकिन चालकों के सामने ये है बड़ी समस्या
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पटना: CNG से चलने वाली गाड़ियों में हो रहा इजाफा, लेकिन चालकों के सामने ये है बड़ी समस्या

पेट्रोल और डीजल के मुकाबले काफी कम और ये माइलेज भी ज्यादा देती है. राजधानी में अगस्त के महीने से ही सीएनजी से चलने वाली सिटी बसों की आवाजाही शुरू हो चुकी है जबकि ऑटो और कार काफी पहले से चल रही है. 

सीएनजी भराने के लिए वाहन चालकों का लंबा इंतजार करना होता है.

पटना: सीएनजी से चलने वाली गाड़ियों की खासियत ये होती है कि इससे वायु प्रदूषण कम होता है. इसकी कीमत पेट्रोल और डीजल के मुकाबले काफी कम और ये माइलेज भी ज्यादा देती है. राजधानी पटना में अगस्त के महीने से ही सीएनजी से चलने वाली सिटी बसों की आवाजाही शुरू हो चुकी है जबकि ऑटो और कार काफी पहले से चल रही है. अब परिवहन विभाग विभाग नई सीएनजी बसों की खरीदी भी करने जा रहा है. 

लेकिन, सिक्के का दूसरा पहलू भी है. दरअसल पटना (Patna) में जिस हिसाब से सीएनजी से चलने वाली गाडियों की संख्या में इजाफा हो रहा है उसके अनुपात में राजधानी में सीएनजी फिलिंग स्टेशनों की संख्या काफी कम है. सीएनजी (CNG) भराने के लिए वाहन चालकों का लंबा इंतजार करना होता है. कभी कभी ये इंतजार तीन से चार घंटे तक का होता है. वाहन चालक बताते हैं कि, सीएनजी की कीमत भी कम है,माइलेज भी ज्यादा है लेकिन पटना के शहरी इलाकों में काफी संख्या में सीएनजी फिलिग स्टेशनों की जरूरत महसूस की जा रही है.  

सीएनजी की मांग का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि,सिर्फ दानापुर स्थित सीएनजी फिलिंग स्टेशन पर ही रोजाना 5 हजार किलो सीएनजी की बिक्री रोजाना हो रही है. पटना में इस वक्त तीन जगहों पर सीएनजी फिलिंग स्टेशन हैं.  

दरअसल पटना में सीएनजी की सप्लाई गेल और इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन यानि आईओसी के जरिए होती है. पटना सहित दूसरे शहरों में लगातार सीएनजी से चलने वाली गाड़ियों की संख्या में इजाफा भी हो रहा है. प्रदूषण मुक्त पटना की दिशा में कदम रखते हुए अब परिवहन विभाग नई सीएनजी बसों की खरीदी करने जा रहा है. 

जानकारी के मुताबिक, 150 नई सीएनजी बसें खरीदी जाएंगे जिसमें से ज्यादातर सिटी बसें होंगी. जबकि पुरानी बसों को अभी सीएनजी में बदलने का काम भी जारी है. संजय अग्रवाल के मुताबिक,पटना के साथ दूसरे बड़े शहरों भागलपुर,गया और मुजफ्फरपुर में भी सीएनजी से चलने वाली गाडियों को उतारा जाएगा. जानकारी के मुताबिक, राजधानी पटना में इस वक्त रोजाना 5 हजार सीएनजी ऑटो चलती है. परिवहन विभाग कुछ और नई सिटी बसें खऱीदेगा जो सीएनजी से ही चलेगा.

फिलहाल पटना में इसी साल अगस्त से सीएनजी बसें भी चल रही हैं.  दूसरी ओर सीएनजी गाड़ियों के अपने फायदे भी हैं. एक तरफ पटना में जहां पेट्रोल 85 रूपए के प्रति लीटर के हिसाब से मिल रहा है वहीं 1 किलो सीएनजी की कीमत 62 रूपए है. माइलेज के हिसाब से पेट्रोल या डीजल पर सीएनजी बीस ही साबित होती है. वहीं इससे वायु प्रदूषण का खतरा भी कम रहता है.  

राजधानी में सीएनजी गाड़ियों की शुरुआत तो हो चुकी है लेकिन इससे जुड़ी जो दिक्कतें सामने आ रही हैं उसे भी दूर किए जाने की जरूरत है. सीएनजी जहां तेल के मुकाबले सस्ती दरों पर उपलब्ध है वहीं इससे वायु प्रदूषण भी कम होता है. लिहाजा परिवहन विभाग को सीएनजी से जुड़ी समस्याओं को दूर करने की जरूरत है.