CPI-ML ने जारी किया घोषणापत्र, कृषि, शिक्षा, भूमि सुधार व रोजगार को लेकर तैयार रोडमैप
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CPI-ML ने जारी किया घोषणापत्र, कृषि, शिक्षा, भूमि सुधार व रोजगार को लेकर तैयार रोडमैप

इसके अलावा माले ने अपने घोषणापत्र में कहा कि सरकारी स्कूल में बेहतर पढ़ाई हो. निजी स्कूल में RTE (Right to Education) बेहतर तरीके से लागू हो. 

CPI-ML ने जारी किया घोषणापत्र, कृषि, शिक्षा, भूमि सुधार व रोजगार को लेकर तैयार रोडमैप.

पटना: बिहार विधानसभा चुनाव (Bihar Vidhansabha election) को लेकर सभी दलों ने अपने उम्मीदवारों के नाम की घोषणा कर दी है. भाकपा माले (CPI-ML) ने अपना घोषणा पत्र जारी कर दिया है. माले महासचिव दीपांकर भटाचार्य ने कहा कि कृषि विकास, सिंचाई का प्रबंधन, भूमि सुधार, शिक्षा रोजगार स्वास्थ्य पर ध्यान बिहार के लिए जरूरी है. हम रोजगार को प्रमुखता और कल-कारखाने खोलेंगे.

माले के महासचिव भट्टाचार्य ने कहा कि मनरेगा की शर्तों को बेहतर बनाने की जरूरत है. सभी जॉबकार्ड धारियों को 2 सौ दिन काम मिले, ये हमारी मांग है. शहरी बेरोजगार के लिए रोजगार गारंटी कानून बने.

इसके अलावा माले ने अपने घोषणापत्र में कहा कि सरकारी स्कूल में बेहतर पढ़ाई हो. निजी स्कूल में RTE (Right to Education) बेहतर तरीके से लागू हो. 

साथ ही स्वास्थ्य के क्षेत्र में दवा ईलाज मुफ्त हो. हेल्थ में इंफ्रास्ट्रक्टर के सेक्टर पर खर्च हो, दिल्ली की तर्ज पर मोहल्ला क्लीनिक बने, आशा को बेहतर सुविधा मिले, शहर में उषाकर्मी बहाल हो, ये कुछ प्रमुख मुद्दे माले ने अपने घोषणापत्र में रखे हैं.

माले को लगता है कि महिलाओं और एससी/एसटी कानून को बेहतर तरीके से लागू करने की जरूरत है. महिला उत्पीड़न इस देश के लिए एक बड़ा मसला है. शेल्टर होम का सिस्टम बेहतर बनाया जाए. ओल्डएज पेंशन सोशल सिक्योरिटी जरूरी हो और कम से कम सौ रुपये रोज दिए जाएंगे.

महागठबंधन के साथ चुनावी मैदान में नजर आने वाली भाकपा माले ने अपने घोषणापत्र में नियोजित शिक्षक, आशा, आंगनबाड़ी, जीविका की लंबित मांगों को हम पूरा करेंगे. जेलों में राजनीतिक, किसान आंदोलन से जुड़े लोग वर्षों से बंद उनलोगों को रिहा किया जाएगा.

बिहार में मानवाधिकार की गारंटी हम देंगे. यहां हम कोई कफील खान, स्तेन स्वामी जैसे मामले नहीं होने दिए जाएंगे. 19 सीटों का हमने जो चयन किया है, उसका मकसद ही है हम अपने एजेंडों को सही तरीके से लागू कर सकें.