पुलिस के अलावा विश्व स्वास्थ्य संगठन की टीम भी यहां पहुंची है और मामले की हर तरह से जांच की जा रही है.
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Jharkhand News: झारखंड के रामगढ़ जिले से बड़ी खबर सामने आ रही है. यहां कथित तौर पर गलत टीकाकरण के चलते 3 महीने के बच्चे की मौत का मामला सामने आया है. जिसके बाद पीड़ित परिजनों और स्थानीय लोगों ने पतरातू समुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर जमकर हंगामा काटा. परिजनों का आरोप है कि बच्चे अभिराज कुमार को गुरुवार (27 अप्रैल) को 'पेंटावैलेंट' टीका लगाया गया था और शुक्रवार (28 अप्रैल) को बच्चे की मौत हो गई.
इस घटना के बाद परिजनों ने स्थानीय लोगों के साथ मिलकर अस्पताल परिसर में तोड़फोड़ का भी प्रयास किया. घटना की सूचना मिलने पर पुलिस भी वहां पहुंची. पुलिस ने लोगों को समझा-बुझाकर मामले को शांत कराया. पुलिस ने मामला दर्ज करके जांच शुरू कर दी है. पुलिस ने बताया कि परिजनों की ओर से अस्पताल के डॉक्टरों पर वैक्सीन की जगह गलत इंजेक्शन लगाने का आरोप लगाया गया है.
WHO की टीम भी मौके पर पहुंची
पुलिस के अलावा विश्व स्वास्थ्य संगठन की टीम भी यहां पहुंची है और मामले की हर तरह से जांच की जा रही है. बता दें कि बच्चों को दिए जाने वाले इस टीके में टिटनस, हेपेटाइटिस बी, डायरिया समेत 5 बीमारियों से रक्षा का कवच होता है. बताया जा रहा है कि गुरुवार की शाम को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पतरातू में बबलू साव के 3 महीने के बच्चे को टीका लगाया गया था. अगले दिन यानी शुक्रवार की सुबह लगभग साढ़े 7 बजे बच्चे की तबीयत बिगड़ गई. आनन-फानन में बच्चे के परिजन उसे लेकर पास के निजी क्लीनिक पहुंचे, लेकिन वहां चिकित्सक ने बच्चे को मृत घोषित कर दिया.
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प्रदेश में खसरा का खतरा बढ़ा
बता दें कि झारखंड के 9 जिलों में मिजिल्स यानी खसरा के बढ़ते मामलों ने चिंता बढ़ा दी है. वर्ष 2022 में पूरे देश में खसरे से करीब 40 बच्चों की मौत हुई, जिनमें 9 बच्चे झारखंड के थे. ऐसे में स्वास्थ्य विभाग ने 15 अप्रैल से पांच हफ्ते तक राज्य के 9 जिलों में मिजिल्स-रूबेला विशेष टीकाकरण अभियान चला रही है. इस अभियान के तहत 9 माह से 15 वर्ष तक के 45 लाख 62 हजार 492 बच्चों को टीका दिया जा रहा है.