भागलपुरः बिहार के जमुई में 15 लाख का इनामी हार्डकोर नक्सली जोनल कमांडर पिंटू राणा और 25 लाख का इनामी नक्सली करुणा दी को पुलिस ने गुरुवार रात को पकड़ लिया है. इनकी तालाश झारखंड और बिहार की पुलिस को लंबे अरसे से थी. दरअसल किसी बड़ी घटना को अंजाम देने के लिए खैरा थाना क्षेत्र के गिद्धेश्वर जंगल में हार्डकोर नक्सली करुणा दी और पिंटू राणा फिराक में थे. इनके पास से पुलिस ने एके-47, एसएलआर , मैग्जीन एवं भारी मात्रा में गोली बरामद की हैं. शुक्रवार को इसकी जानकारी एसपी डॉक्टर शौर्य सुमन ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में इसकी पुष्टि करते हुए दी है.


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सर्च अभियान चलाकर पुलिस ने कुख्यात नक्सली को किया गिरफ्तार
एसपी डॉक्टर शौर्य सुमन ने बताया कि बीते गुरुवार की रात गुप्त सूचना मिली थी कि गिद्धेश्वर जंगल में हार्डकोर नक्सली करुणा दी और पिंटू राणा का दस्ता अत्याधुनिक हथियारों से लैश होकर किसी बड़ी घटना को अंजाम देने की फिराक में है. सूचना के बाद एएसपी अभियान के नेतृत्व में छापेमारी टीम का गठन किया गया. गठित टीम ने कार्रवाई करते हुए गिद्धेश्वर के जंगली एवं पहाड़ी क्षेत्रों में सर्च अभियान चलाया गया. इस दौरान इनामी करुणा दी और जोनल कमांडर हाईकोर नक्सली पिंटू राणा को गिरफ्तार कर लिया गया है.


पुलिस ने बरामद किए एके 47 समेत अन्य हथियार


पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों ने बताया कि अब तक की यह बड़ी कार्रवाई है. गिरफ्तार नक्सली के पास से एके 47, एसएलआर 1, एक47 मैग्जीन 2, एसएलआर मैगजीन 1, एके 47 के 159 राउंड, एसएलआर 88 राउंड बरामद किया गया. गिरफ्तार किए गए नक्सलियों पर बिहार और झारखंड में कई कांड दर्ज है. पिंटू राणा पर 72 और करूणा पर 33 मामले दर्ज हैं.


पिंटू राणा की गिरफ्तारी से लोगों ने ली राहत की सांस
बता दें कि पिंटू राणा की गिरफ्तारी के बाद अब लोगों ने राहत की सांस ली है. दुर्दांत नक्सली पिंटू ने एक नहीं बल्कि कई नक्सल वारदात को अंजाम दिया था, जिसमें भेलवाघाटी नरसंहार की यादें आज भी लोगों के मन में खौफ पैदा कर देती है. जिस दस्यू गिरोह ने इस घटना को अंजाम दिया था उसमें पिंटू राणा भी शामिल था. जानकारी के अनुसार 11 सितंबर, 2005 की रात भेलवाघाटी गांव में नक्सलियों ने ग्राम रक्षा दल पर हमला किया था.


नक्सली को पकड़ने में इनका रहा अहम रोल
कुख्यात नक्सली कमाण्डर मतलु तूरी के पुलिस मुठभेड में मारे जाने के बाद नक्सल संगठन के शीर्ष नेतृत्व एवं संगठन के अन्य हथियार बंद दस्ता के सदस्य पुलिस एवं अर्ध सैनिक बल (CRPF, SSB COBRA) द्वारा क्षेत्र में निरंतर कार्रवाई एवं भारी दबिश से काफी दहशत में थे. सभी गिद्धेश्वर पहाड़ी क्षेत्र से अन्यत्र भागने के फिराक में थे. अबतक पिंटू राणा के विरूद्ध 72 कांड एवं करूणा दी के विरूद्ध 33 कांड बिहार एवं झारखंड में दर्ज है. सर्च ऑपरेशन में एसडीपीओ डॉ. राकेश कुमार, रहमत अली, पुलिस उपाधीक्षक, एस.टी.एफ जमुई, दिनेश कुमार वर्मा पु.अ.नि. एस.टी.एफ जमुई. एसटीएफ टीम विजय कुमार पु.अ.नि. सहप्रभारी तकनिकी शाखा जमुई. डियूआई टीम, सिवेश्वर पासवान, पु.नि सह थानाध्यक्ष खैरा थाना, संजीत कुमार, थानाध्यक्ष गरही थाना, राजाराम शर्मा, थानाध्यक्ष लक्ष्मीपुर थाना, विजेन्द्र कुमार, थानाध्यक्ष लछुआर थाना, सीआरपीएफ, एसएसबी, कोबरा की टीम शामिल समेत कई जवान शामिल थे.


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