Success Story: 2500 रुपये से खड़ा क‍िया 50 करोड़ का ब‍िजनेस, म‍िल‍िए ब‍िहार के करोड़पत‍ि लड्डू वाले से
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Success Story: 2500 रुपये से खड़ा क‍िया 50 करोड़ का ब‍िजनेस, म‍िल‍िए ब‍िहार के करोड़पत‍ि लड्डू वाले से

Pramod Kumar Bhadani: प्रमोद ने अपने प‍िता से 2500 रुपये लेकर लड्डू बेचने का काम शुरू कर द‍िया. पहले वह अपने भाई के साथ मिलकर ठेले पर ही लड्डू बनाकर बेचने लगे. उनके लड्डुओं का स्‍वाद ऐसा था क‍ि लोगों ने इसको खूब पसंद क‍िया. 

Success Story: 2500 रुपये से खड़ा क‍िया 50 करोड़ का ब‍िजनेस, म‍िल‍िए ब‍िहार के करोड़पत‍ि लड्डू वाले से

Success Story Pramod Kumar: कहते हैं आपके अंदर कुछ कर गुजरने का जज्‍बा हो तो कामयाबी भी आपके कदम चूमने के ल‍िए मजबूर हो जाती है. आज हम आपको एक ऐसे शख्‍स के बारे में बता रहे हैं ज‍िसने 2500 रुपये से काम शुरू करके आज उसे 50 करोड़ रुपये तक के टर्नओवर तक में पहुंचा द‍िया. यह कामयाबी उन्‍होंने कुछ सालों में ही हास‍िल की है. 2500 रुपये से ठेले पर लड्डू बेचने वाले प्रमोद की पहचान अब करोड़पत‍ि कारोबारी के रूप में होती है. इतना ही नहीं वह अपने कारोबार के दम पर हल्‍दी राम और ब‍िकानो जैसे ब्रांड को भी टक्‍कर दे रहे हैं. यह कहानी है गया के रहने वाले प्रमोद कुमार भदानी की.

टर्नओवर के अलावा सालाना आमदनी भी करोड़ों के पार

कुछ ही सालों में प्रमोद ने अपने कारोबार को ब‍िहार-झारखंड के अलावा और भी नजदीकी राज्‍यों में फैलाया है. उनका टर्नओवर ही नहीं सालाना आमदनी भी करोड़ों के पार है. प्रमोद का बचपन तंगी में बीता था. प‍िता ठेले पर लड्डू बेचकर क‍िसी तरह घर का गुजारा करते थे. प्रमोद ने होश संभाला तो घर वालों ने उनका दाख‍िला सरकारी स्‍कूल में करा द‍िया और वह वहां पढ़ने जाने लगे. लेक‍िन पर‍िवार की माली हालत देखकर उनका मन पढ़ाई में नहीं लगता था. वह प‍िता के ब‍िजनेस के बारे में सोचने लगे.

14 साल की उम्र में काम करना शुरू क‍िया

एक द‍िन स्‍थ‍ित‍ि यह आ गई क‍ि 14 साल की उम्र में उनका मन पढ़ाई से हट गया. बस फ‍िर क्‍या उनके ऊपर भी काम शुरू करने का जुनून सवार था. प्रमोद ने अपने प‍िता से 2500 रुपये लेकर लड्डू बेचने का काम शुरू कर द‍िया. पहले वह अपने भाई के साथ मिलकर ठेले पर ही लड्डू बनाकर बेचने लगे. उनके लड्डुओं का स्‍वाद ऐसा था क‍ि लोगों ने इसको खूब पसंद क‍िया. बस फ‍िर क्‍या था लोगों के बीच उनके लड्डू तेजी से फेमस हो गए और उनका कारोबार चल पड़ा.

24 घंटे में से 19 घंटे क‍िया काम
प्रमोद कुमार का काम चल पड़ा और उन्‍होंने द‍िन पर द‍िन ज्‍यादा मेहनत करना जारी रखा. उन्होंने 24 घंटे में से 19 घंटे काम क‍िया. रात को लड्डू बनाते और द‍िन में उनकी ब‍िक्री करते. उनका काम तेजी से चलने लगा. प्रमोद ने पहले ठेले पर लड्डू बेचने के काम को दुकान / शोरूम में श‍िफ्ट क‍िया. इसके बाद उन्‍होंने अपने प्रोडक्‍ट की सप्‍लाई बिहार के दूसरे ज‍िलों में करना शुरू कर द‍िया. इसके बाद यह सप्‍लाई झारखंड और आसपास के राज्‍यों में भी जाने लगी. धीरे-धीरे उनके कारोबार ने फैक्‍ट्री का रूप ले ल‍िया है.

आज इतने तरह के प्रोडक्‍ट
प्रमोद शॉप नाम से उनकी वेबसाइट को व‍िजि‍ट करने पर दी गई जानकारी के अनुसार आज उनका लड्डू और दूसरी मिठाइयों का ब‍िजनेस यूपी, बंगाल, छत्तीसगढ़, उड़ीसा और कोलकाता तक फैला है. अभी उनके कुल आठ आउटलेट हैं और टर्नओवर बढ़कर 50 करोड़ रुपये सालाना से भी ज्‍यादा हो गया है. उनकी प्रमोद लड्डू भंडार नाम से कंपनी है. यहां पर वह मिठाई, नमकीन और बेकरी प्रोडक्‍ट तैयार करते हैं. 

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