Samastipur News: सीपीएम विधायक अजय कुमार ने 2 मई को भी अपने ऊपर हमले की बात कही थी.
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Samastipur: विभूतिपुर से सीपीएम विधायक अजय कुमार (MLA Ajay Kumar) पर हमले की खबर पिछले कई दिनों से सुर्खियों में है. विधायक ने कहा था कि 15-20 की संख्या में उपद्रवियों ने राजनीतिक साजिश के तहत उन पर कातिलाना हमला किया लेकिन शुरुआती जांच के बाद पुलिस इस मामले को रोडरेज (Road rage) बता रही है.
29 मई की रात हुई थी घटना
समस्तीपुर में 29 मई की रात ये घटना हुई थी. सीपीएम विधायक अजय कुमार ने मीडिया को बताया था कि वह शहर के स्टेशन रोड स्थित पार्टी के जिला दफ्तर में सो रहे थे, रात करीब 11 बजे 15-20 लोगों ने हमला बोल दिया. हमलावर एक बाइक और दो चार पहिया गाड़ियों में आए थे. बचाव में आगे आए उनके बॉडीगार्ड अनिल राम को हमलावरों ने मारपीट कर जख्मी कर दिया. विधायक के मुताबिक, हमलावरों ने उनकी स्कॉर्पियो भी क्षतिग्रस्त कर दी.
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हमले के विरोध में प्रदर्शन
विधायक पर हमले के विरोध में उनके समर्थकों ने दरभंगा-पटना मार्ग पर जाम लगाकर प्रदर्शन किया था. पुलिस पर सुस्ती का आरोप लगाकर नारेबाजी की गई थी. इसके बाद पुलिस ने घटना के वीडियो फुटेज के आधार पर तीन लोगों को गिरफ़्तार कर तफ़्तीश शुरू की. हमले के आरोपी युवक राहुल कुमार का कहना है कि घटना वाले दिन उसका साला कार लेकर स्टेशन चौक गया था. गाड़ी को साइड करने के विवाद में विधायक के ड्राइवर के साथ उसकी हाथापाई हो गई थी. वह भागकर घर आया, जिसके बाद 15-20 की संख्या में लोगों ने विधायक के ड्राइवर और बॉडीगार्ड की पिटाई कर दी.
आरोपी राहुल कुमार ने किया यह दावा
आरोपी राहुल कुमार का यह भी दावा है कि सड़क पर झगड़ा हुआ था, सीपीएम जिला दफ्तर का गेट तोड़कर हमले की बात बेबुनियाद है. उसने यह भी आरोप लगाया है कि विधायक के ड्राइवर और बॉडीगार्ड ने कुछ लोगों के साथ उसके घर पहुंच कर मारपीट की. शुरुआती जांच के बाद समस्तीपुर के एसपी मानवजीत सिंह ढिल्लो ने इसे रोडरेज का मामला बताया है. दोनों पक्षों की ओर से रिपोर्ट दर्ज कराई गई है. विधायक की ओर से एक नामजद और 15-20 अज्ञात के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करवाई गई है जबकि आरोपी पक्ष की ओर से भी विधायक के ड्राइवर और बॉडीगार्ड के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई है.
पहले भी हुआ था हमला
विधायक अजय कुमार ने 2 मई को भी अपने ऊपर हमले की बात कही थी. उन्होंने कहा था कि विभूतिपुर से वह अपने घर उजियारपुर लौटे थे, तभी हमला किया गया था. विधायक ने यह भी कहा था कि उस हमले के बाद पुलिस ने कार्रवाई की होती तो दोबारा उन पर हमला नहीं होता.