अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर आयोजित कार्यक्रम से जदयू नेताओं ने बनाई दूरी
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अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर आयोजित कार्यक्रम से जदयू नेताओं ने बनाई दूरी

योग दिवस पर बिहार की राजधानी पटना स्थित पाटलिपुत्र स्टेडियम में आयोजित योग समारोह से जदयू नेताओं ने बनाई दूरी 

जदयू नेताओं के योग दिवस पर आयोजित समारोह में शामिल न होने पर उप मुख्यमंत्री सुशील मोदी ने कहा जरूरी नहीं सब समारोह में शामिल हों
योग दिवस पर बिहार की राजधानी पटना स्थित पाटलिपुत्र स्टेडियम में आयोजित योग समारोह से जदयू नेताओं ने बनाई दूरी 
भाजपा के वरिष्ठ नेता सुशील मोदी ने कहा यह अनिवार्य नहीं कि जदयू के सभी वरिष्ठ नेता समारोह में आ कर ही योग करें
राजनीति के जानकार जदयू के समारोह में शामिल न होने को एनडीए में दरार के तौर पर भी देख रहे हैं. 
  1. नई दिल्ली : अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर गुरुवार सुबह देश पूरी दुनिया में आयोजन किए गए. वहीं बिहार की राजधानी पटना स्थित पाटलिपुत्र स्टेडियम में आयोजित योग समारोह से प्रदेश के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सहित जदयू के कई वरिष्ठ नेताओं ने दूरी बनाए रखी. जदयू नेताओं के समारोह में शामिल न होने से दोनों पार्टियों के बीच सबकुछ ठीक न होने की चर्चा गर्म हो गई है. 
     जदयू नेताओं के समारोह से दूरी बनाए रखने के सवाल पर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री व भाजपा के वरिष्ठ नेता सुशील मोदी ने कहा कि योग दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में जदयू के नेताओं का दूरी बनाए रखने का कोई सवाल ही नहीं है . उन्होंने कहा कि मैं जदयू के ऐसे दर्जनों लोगों को जानता हूं जिन्होंने आयोजित सामारोह में हिस्सा लिया. उन्होंने कहा कि क्या आरजेडी व जदयू के लोग योग नहीं करते ? यह अनिवार्य नहीं कि जदयू के सभी वरिष्ठ नेता समारोह में आ कर ही योग करें.  
     इस मामले पर जदयू के प्रदेश अध्यक्ष वरिष्ठ नारायण सिंह का कहना है कि योग कहीं भी किया जा सकता है. इसके लिए समारोह में हिस्सा लेना अनिवार्य नहीं है. उन्होंने कहा कि योग भारत की संस्कृति का हिस्सा है. गौरतलब है कि जदयू के वरिष्ठ नेातओं ने पिछले वर्ष भी इस समारोह से दूरी बना रखी थी. जदयू पिछले तीन सालों से अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर आयोजित कार्यक्रमों में हिस्सा नहीं ले रही है. इस बार बिहार में भाजपा व जदयू गठबंधन की सरकार है. इसके बावजूद जदयू नेताओं के कार्यक्रम से दूरी बनाए रखने पर सवाल उठ रहे हैं. वहीं राजनीति के जानकार जदयू के समारोह में शामिल न होने को एनडीए में दरार के तौर पर भी देख रहे हैं.