सदर अस्पताल भभुआ में दो शिफ्ट में चलेगी ओपीडी, निर्देश के बाद असमंजस में डॉक्टर
सरकार द्वारा वीसी के माध्यम से कैमूर में दो शिफ्ट में ओपीडी चलाने का निर्देश प्राप्त हुआ है. जिसके बाद सदर अस्पताल भभुआ के डीएस 2 शिफ्टों में ओपीडी चलाने को लेकर तैयारी में जुटे हैं. वहीं अस्पताल के चिकित्सक द्वारा इस पर असमंजस की स्थिति बनी हुई है.
कैमूर : सरकार द्वारा वीसी के माध्यम से कैमूर में दो शिफ्ट में ओपीडी चलाने का निर्देश प्राप्त हुआ है. जिसके बाद सदर अस्पताल भभुआ के डीएस 2 शिफ्टों में ओपीडी चलाने को लेकर तैयारी में जुटे हैं. वहीं अस्पताल के चिकित्सक द्वारा इस पर असमंजस की स्थिति बनी हुई है. उनके अनुसार चिकित्सकों और स्टाफ की कमी का दंश सदर अस्पताल भभुआ झेल रहा है. चिकित्सकों के अनुसार पहले लोग उपलब्ध हों फिर दो शिफ्ट में ओपीडी चले तो बात बने.
सरकार द्वारा जारी पत्र में सुबह 9 से 2 तक ओपीडी की पहली शिफ्ट बताई गई है और ठंड के मौसम में 3 से 5 बजे तक दूसरा शिफ्ट रखा गया है. दूसरे शिफ्ट के टाइमिंग को लेकर डॉक्टरों द्वारा नाराजगी जताई गई है. उनके अनुसार बीच के खाली बचे समय में आखिर चिकित्सक बैठकर करेंगे क्या इसलिए उन्होंने इस पर समीक्षा की बात कही है. उनका कहना है कि सेवा को लगातार लिया जाए.
सदर अस्पताल भभुआ के डॉक्टर संतोष सिंह और डाक्टर संजय कुमार बताते हैं कि दो शिफ्ट में ओपीडी चलाने का निर्देश प्राप्त हुआ है. ओपीडी में हम लोग सिर्फ 5 डॉक्टर ही मौजूद हैं. जिसमें जनरल फिजिसियन दो और दांत, ईएनटी और स्किन के एक-एक चिकित्सक मौजूद हैं. दो शिफ्ट में ओपीडी चलने में यह देखना है कि हमारे पास काम करनेवाले और चिकित्सक कितने हैं. उस हिसाब से यह अरेंज करना होगा. डॉक्टर की संख्या बहुत कम है जो बढ़ाई जानी चाहिए. बीच में जो 2 घंटे का ब्रेक मिल रहा उस समय में डॉक्टर बैठकर क्या करेंगे?
रोगी कल्याण समिति के सदस्य बिरजू कुमार बताते हैं कि अस्पताल में 64 प्रकार की दवाएं ओपीडी में होनी चाहिए जिसमें 10 दवा कम है. जो काउंटर बना है उस पर पूछताछ वाले में लोगों को प्रतिनियुक्ति करना चाहिए. जिससे कि महिलाएं और विकलांगों को परेशानी ना हो.
सदर अस्पताल भभुआ के उपाधीक्षक विनोद सिंह बताते हैं कि वीसी के माध्यम से सूचना प्राप्त हुआ है दो शिफ्ट में अस्पताल में ओपीडी चलाना है. अभी सीएस मैडम नहीं है जैसे ही आती हैं उनसे बात करके ओपीडी सेकंड शिफ्ट में शुरू कराया जाएगा. डॉक्टर कि फिलहाल कमी है लेकिन जितने उपलब्ध हैं उतने से काम कराना है. अस्पताल में वैसे कुल 22 चिकित्सक मौजूद हैं जो अलग क्षेत्रों में लगे हैं, लेकिन ओपीडी में सिर्फ पांच से छह डॉक्टर मौजूद हैं. जो बीच का समय होगा उसमें चिकित्सक थोड़ी देर के लिए आराम कर सकते हैं.
(रिपोर्ट- मुकुल जायसवाल)
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