जनरल सुलेमानी (General Qasem Soleimani) और परमाणु वैज्ञानिक मोहसिन फखरीजादेह (Mohsin Fakhrizadeh) की मौत का बदला लेने का जिक्र किया गया है. अब इसका यानी इस धमकी का मतलब क्या है और क्यों कहा गया, इस पर जांच जारी है.
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Delhi: भारत की राजधानी दिल्ली में इजरायली दूतावास (Israeli embassy) के पास धमाका होता है और जब इसकी जांच की जाती है तो इस धमाके में ईरान (Iran)का लिंक सामने आता है. इसकी सुरक्षा एजेंसियों (Security Agency)की चिंता और बढ़ जाती है. दिल्ली पुलिस (Delhi Police)ने जब इस हाई सिक्योरिटी (High Security) वाले इलाके में हुए धमाके की जांच करते हुए कुछ सबूत जुटाए हैं, जिसमें उन्हें एक धमकी भरा लिफाफा मिला है.
इस लिफाफे के अंदर एक नोट था जो इजरायली दूतावास (Israeli embassy)के अधिकारियों को संबोधित करते हुए लिखा गया था. ये तो अभी ट्रेलर है. जनरल सुलेमानी (General Qasem Soleimani) और परमाणु वैज्ञानिक मोहसिन फखरीजादेह (Mohsin Fakhrizadeh) की मौत का बदला लेने का जिक्र किया गया है. अब इसका यानी इस धमकी का मतलब क्या है और क्यों कहा गया, इस पर जांच जारी है.
सुलेमानी की मौत का बदला
इस बात को समझने के लिए सबसे पहले आपको इस बात को समझना होगा कि कौन था कासिम सुलेमानी जिसकी मौत का बदला इरान लेना चाहता है. दरअसल, इरान के नेशनल हीरो रहे कासिम सुलेमानी (Qasem Soleimani)को कई लोग दूसरा सबसे शक्तिशाली व्यक्ति मानते थे. ईरान के सभी विदेशी गुप्त विशेष अभियानों और प्रॉक्सी युद्धों (Proxy wars) के लिए सुलेमानी की कुर्द्स फोर्स (Qurds Force) ही जिम्मेदार थी.
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जब मशीन गन से भून दिया गया ईरानी परमाणु वैज्ञानिक
सुलेमानी केवल सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खुमैनी (Ruhollah Khomeini) को रिपोर्ट करते थे और माना जाता था कि उन्हें ईरान के राष्ट्रपति हसन रूहानी (Hassan Rouhannie) की तुलना में अधिक शक्ति प्राप्त थी. इसी कासिम सुलेमानी को इराक में बगदाद हवाई अड्डे पर अमेरिकी हवाई हमले के दौरान मार दिया गया. वही इसके बाद इरान के परमाणु वैज्ञानिक मोहसिन फखरीजादेह (Mohsen Fakhrizadeh) की भी हत्या सड़क के बीचों बीच मशीन गन से की गई थी.
हत्या के पीछे क्या है वजह...
दरअसल, आपको बता दे कि ईरान तेजी से परमाणु हथियार बनाने पर काम कर रहा है, जो अमेरिका सहित दुनियाभर के देशों के लिए चिंता का विषय है. इस बीच 27 नवंबर, 2020 को ईरान के शीर्ष परमाणु वैज्ञानिक मोहसिन फखरीजादेह (Mohsen Fakhrizadeh) की हत्या कर दी गई. ईरान ने आरोप लगाया कि इस हत्या के पीछे इजरायल का हाथ है. इजरायल ने ऐसा इसलिए किया है, ताकि उसका परमाणु कार्यक्रम धीमा पड़ सके.
ईरान ने इज़रायल को ठहराया जिम्मेदार
ईरान ने साफ शब्दों में इस हत्या के लिए इजरायल (Israel) को जिम्मेदार ठहराया और कहा कि ‘इजरायल कुछ ऐसे देशों में शामिल है, जिसके पास ईरान की धरती पर हमला करने की ना केवल क्षमता है बल्कि वजहें भी हैं. इसके साथ ही ईरान का कहना है कि इजरायल ने फखरीजादेह (Mohsen Fakhrizadeh) की हत्या से पहले भी ऐसी कई घटनाओं को अंजाम दिया है. ईरानी परमाणु कार्यक्रम से जुड़े करीब 4 वैज्ञानिकों को 2010 से 2012 के बीच मारा गया था...
अब जब बदला ईरान को ईजराइल से लेना है तो फिर भारत में 29 जनवी को धमाका क्यों वो इसलिए क्योंकि 29 जनवरी को भारत और इजराइल की कूटनीतिक दोस्ती को 29 साल पूरे हो गए थे और इसलिए ये माना जा रहा है कि उसी बात को ध्यान में रख कर ये धमाका किया गया. बहरहाल इस धमाके से भारत और इजराइल के संबंधों पर इसका कोई असर नहीं पड़ेगा ये कम से कम बेंजामिन नेतन्याहू (Benjamin Netanhyu)ने ये साफ कर दिया है.
इनपुट:- स्मिता रिशाल