बोकारो में आवासीय विद्यालय से नाबालिक छात्र है लापता, परिजनों ने लगाया लापरवाही का आरोप
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बोकारो में आवासीय विद्यालय से नाबालिक छात्र है लापता, परिजनों ने लगाया लापरवाही का आरोप

बोकारो जिले के गोमिया में कल्याण विभाग द्वारा संचालित आश्रम आवासीय विद्यालय तुलबुल से 9वीं कक्षा का छात्र लापता है. 14 वर्षीय आदिवासी छात्र का नाम रंजीत कुमार हैं. वो बीमार भी था और उसने स्कूल प्रबंधन को बताया भी था.

 (फाइल फोटो)

बोकारो: बोकारो जिले के गोमिया में कल्याण विभाग द्वारा संचालित आश्रम आवासीय विद्यालय तुलबुल से 9वीं कक्षा का छात्र लापता है. 14 वर्षीय आदिवासी छात्र का नाम रंजीत कुमार हैं. वो बीमार भी था और उसने स्कूल प्रबंधन को बताया भी था. लेकिन स्कूल प्रबंधन ने ना उसका इलाज कराया और ना ही स्वजन तथा पुलिस को उसके गुमशुदगी की सूचना दी थी. पिता ने विद्यालय प्रबंधन पर लगाया लापरवाही का आरोप लगाया है.

 

जानें क्या है पूरा मामला

दरअसल,15 सितंबर की रात्रि से 9वीं कक्षा का एक छात्र रंजीत संदिग्ध परिस्थितियों में लापता हुआ है. घटना के दिन वो बीमार भी था. घटना से पहले वो सुबह टीचर को अपनी बीमार होने के बारे में अवगत भी कराया था लेकिन स्कूल प्रबंधन ने उसका इलाज भी नहीं कराया था. स्कूल प्रबंधन को गुमशुदगी की जानकारी तब हुई जब 15 सितंबर की रात्रि को रोजाना की तरह भोजन से पूर्व छात्रों का मिलान हुआ. यहीं प्रबंधन की लापरवाही भी सामने आई , जहां इतनी बड़ी घटना को स्कूल प्रबंधन नजर अंदाज कर दिया और छात्र के गुमशुदगी की सूचना परिजन को भी नही दी गई और न ही स्कूल प्रबंधन ने पुलिस को सूचित करना जरूरी समझा. 

प्रबंधन यह सोचता रहा कि बिना सूचना के रंजीत अपने घर चतरा चला गया होगा. यहां तक कि दूसरे दिन 16 सितंबर को भी पुलिस को सूचना नहीं दी गई,सिर्फ चतरा फोन कर परिजनों को घटना की जानकारी दी गई. परिजन जब चतरा से 17 सितंबर को तुलबूल पहुंचे तब गोमिया पुलिस को सूचना दी गई. 

 पिता सुरेश उरांव ने प्रबंधन पर आरोप लगाते हुए कहा कि गोमिया पुलिस को अगर समय पर सूचना दी गई होती तो शायद लापता बेटा अभी तक मिल गया होता. मैने 25 जुलाई 2020 को समाज कल्याण विभाग की ओर से संचालित आश्रम विद्यालय तुलबुल में कक्षा छः में बेटे का नामांकन कराया था तब से वह यहीं अध्ययनरत है. कभी कभार पर्व त्यौहार व अन्य मौकों पर स्कूल से घर व घर से स्कूल आना जाना करता है, लेकिन लापरवाह प्रबंधन बिना बताए घर चले जाने की उम्मीद पर बैठा रहा. उसका सारा सामान ज्यों का त्यों पड़ा हुआ है. 

सहपाठी छात्रों का कहना है कि 15 सितंबर की शाम 7 बजे के आसपास स्कूल वंदना के समय ड्रेस में था, लेकिन ड्रेस भी रखा हुआ है. जींस व टी शर्ट पहने लापता होने की बात कही जा रही है. वहीं सूचना पाकर पुलिस स्कूल पहुंचकर शिक्षक व सहपाठियों से पूछताछ किया, लेकिन कोई भी स्पष्ट तौर पर जवाब नहीं दे पाया. पुलिस स्कूल चारदीवारी के आसपास झाड़ियों, पानी भरे गड्ढों तथा जंगलों में सर्च किया लेकिन छात्र का कोई सुराख नहीं मिल सका. वहीं ससमय सूचना नहीं देने के लिए थाना प्रभारी राजेश रंजन ने विद्यालय प्रबंधन को कड़ी फटकार लगाई.

(इनपुट मृत्युंजय)

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