दोस्तों ने रची हत्या की साजिश, मरा हुआ समझ पहुंचाया अस्पताल, दो माह बाद होश में आने पर हुआ खुलासा
तीन दोस्तों की दोस्ती ने लिया दुश्मनी का रूप फिर रची हत्या की साजिश. बताया जा रहा है कि पहले हाथ तोड़े और उसके बाद रॉड से शरीर पर मार उसे जख्मी किया. उसे मरा हुआ समझकर अस्पताल पहुंचाने के बाद घरवालों को एक्सीडेंट की मनगढ़ंत कहानी बताई गई.
Hazaribagh: तीन दोस्तों की दोस्ती ने लिया दुश्मनी का रूप फिर रची हत्या की साजिश. बताया जा रहा है कि पहले हाथ तोड़े और उसके बाद रॉड से शरीर पर मार उसे जख्मी किया. उसे मरा हुआ समझकर अस्पताल पहुंचाने के बाद घरवालों को एक्सीडेंट की मनगढ़ंत कहानी बताई गई. यह हादसा हजारीबाग के कटकमसांडी प्रखंड के पेलावल में रहने वाले युवक मेराज के साथ हुआ है. युवक मेराज फिलहाल न तो चल पाता था और न ही ठीक से बोल पाता है. दरअसल मेराज की इस हालत का जिम्मेदार उसके अपने तीन दोस्त हैं.
घूमने के बहाने लेकर गए
मेराज और उसके परिजनों का कहना है कि बीते 7 जनवरी की शाम को उसके दोस्त सन्नी और सागर पेलावल घूमने के बहाने लेकर गए. बताया जा रहा है कि वह मेराज को छड़वा डैम की ओर एक सनसनी जंगल लेकर गए थे. जंगल पहुंचते ही तीनों दोस्तों ने रॉड से मेराज के ऊपर हमला कर दिया. उसके बाद मेराज को गंभीर रूप से घायल कर दिया. मेराज को मरा हुआ समझकर तीनों ने मिलकर उसे अस्पताल पहुंचाया और उसके बाद परिजनों को इस बारे में सूचित किया. उन्होंने इस घटना को एक्सीडेंट का नाम दे दियी ताकि उनपर कोई भी शक न कर सके.
दो माह बाद आया होश
जिसके बाद आनन फानन में परिजन अस्पाल पहुंचे. जहां पर डॉक्टरों ने मेराज को घायल अवस्था में रांची रेफर कर दिया. इस प्रकार से सबसे पहले मेडिका और उसके बाद लाइफ केयर हॉस्पिटल में इलाज चलने के दो माह बाद मेराज को होश आया.
परिजनों ने की सजा का मांग
मेराज ने होश में आने के बाद पूरे मामले का खुलासा किया. जिसके बाद परिजनों ने प्रशासन से सभी के लिए कड़ी से कड़ी सजा की मांग की है. हालांकि मामला सामने आने के बाद पुलिस ने इस घटना के मुख्य आरोपी मेराज उर्फ बंटी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. लेकिन अभी तक दो नामजद अभियुक्त पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं, जिनकी तालाश लगातार जारी है.
ये भी पढ़िये: Liquor Smuggling: पुलिस ने छापेमारी में की 10 लाटर शराब बरामद, तीन तस्कर गिरफ्तार