बिहार : कैमूर पुलिस ने 15 महीने बाद सुलझाया अज्ञात डेड बॉडी की गुत्थी
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बिहार : कैमूर पुलिस ने 15 महीने बाद सुलझाया अज्ञात डेड बॉडी की गुत्थी

पुलिस ने दिल्ली पुलिस से संपर्क किया तो रवि प्रभात के अपहरण की सूचना मिली. अपहरणकर्ताओं से पूछताछ पर भी उसने कैमूर में डेड बॉडी फेंकने की बात स्वीकार की थी. 

पुलिस को दिल्ली से अपहृत एक युवक की जानकारी मिली.

मुकुल/कैमूर : बिहार के कैमूर जिला के कुढ़नी थाना क्षेत्र में बीते वर्ष 26 अप्रैल को एक लावारिस लाश मिली थी, जिसकी गलत पहचान होने के कारण बक्सर से गायब युवक के परिजनों ने उसे अपना मानकर दाह संस्कार कर दिया था. दाह संस्कार करने के बाद मृतक युवक का डीएनए टेस्ट का रिपोर्ट आया. फिर पुलिस के द्वारा दाह संस्कार करने वाले माता, पिता के डीएनए टेस्ट से मिलान नहीं होने के कारण कैमूर पुलिस फिर एकबार जांच में जुट गई है. 

पुलिस को दिल्ली से अपहृत एक युवक की जानकारी मिली. पुलिस ने वहां संपर्क किया और उसके परिवार का डीएनए रिपोर्ट मैच कराया, जो कि मैच कर गया. 

कैमूर एसपी दिलनवाज अहमद ने बताया कि 21 अप्रैल 2018 को दस लाख रुपए फिरौती के लिए दिल्ली के श्याम बिहार सेक्टर-14 द्वारका नई दिल्ली निवासी रविंद्र प्रसाद के एकलौते बेटे रवि प्रभात का अपहरण कर उसकी हत्या कर दी गई थी. कैमूर पुलिस ने डीएनए टेस्ट के जरिए इसका खुलासा कर दिया.

दिल्ली पुलिस ने इस मामले में अपहरणकर्ताओं को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है, लेकिन फिलहाल परिजनों को डेड बॉडी नहीं दी थी. जब कुढ़नी थाना क्षेत्र से बरामद अज्ञात डेड बॉडी को सभी थानों में मैसेज भेजा गया था तो बक्सर से गायब मोहन राय का शव समझकर उसके परिजन ले गए थे. लेकिन डीएनए रिपोर्ट आने के बाद उनके परिजनों के डीएनए से मैच नहीं कर पाया था.

पुलिस ने दिल्ली पुलिस से संपर्क किया तो रवि प्रभात के अपहरण की सूचना मिली. अपहरणकर्ताओं से पूछताछ पर भी उसने कैमूर में डेड बॉडी फेंकने की बात स्वीकार की थी. परिवारवालों के डीएनए से मैच कराने पर मामले का खुलासा हुआ. इस तरह से पुलिस ने अज्ञात डेड बॉडी का मामला 15 माह बाद सुलझा लिया.