Bihar Politics: जदयू प्रत्याशी दुलालचंद गोस्वामी ने टेंपो चलाने को लेकर कहा कि चालक जब सवारी को अपने गंतव्य तक पहुंचाना है तो चालक अपने कार्य में सफल होता है. इस तरह मैं भी टेंपो चलाकर अपने यात्री को गंतव्य तक सुरक्षित पहुंचाया.
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कटिहार: लोकसभा चुनाव के दस्तक के बाद सभी दलों के प्रत्याशी अपने-अपने लोकसभा क्षेत्र में चुनाव प्रचार के लिए निकलना शुरू हो गए है. ऐसे में कटिहार लोकसभा क्षेत्र के सांसद और जदयू प्रत्याशी दुलालचंद गोस्वामी भी अपने क्षेत्र में चुनाव प्रचार के लिए निकल पड़े हैं. कटिहार लोकसभा क्षेत्र का मतदान आगामी 26 अप्रैल को होना है. जदयू प्रत्याशी दुलालचंद गोस्वामी के द्वारा चुनाव प्रचार करने का एक अनोखी तस्वीर सामने आयी है. दुलाल चंद्र गोस्वामी अपने लोकसभा क्षेत्र चुनाव प्रचार करने के लिए अपने कार्यकर्ताओं के साथ खुद से ऑटो चलाकर में निकल पड़ते हैं. प्रत्याशी दुलाल चंद्र गोस्वामी खुद से टेंपो चला रहे हैं.
टेंपो वाले सांसद सह प्रत्याशी दुलालचंद गोस्वामी ने बताया कि उनका जीवन काफी संघर्षपूर्ण रहा है. 1987 में क्षेत्र में आए प्रलयकारी बाढ़ ने उनका सब कुछ तबाह कर दिया था और ऐसे में अपने परिवार का भरण पोषण करने और रोजगार की तलाश में बिहार की राजधानी पटना चले गए. पटना पहुंचने के बाद अन्य जगहों से आए कुछ साथियों से उनकी मुलाकात हुई जो वहां पर सभी टेंपो चलाकर अपना जीवन गुजर बसर करते थे. ऐसे में उनको अपने साथियों का साथ मिला और वर्ष 1987 से 1989 तक पटना के बोरिंग रोड में खुद से टेंपो चलाकर अपने परिवार का भरण पोषण करने लगे.
जदयू प्रत्याशी दुलालचंद गोस्वामी ने टेंपो चलाने को लेकर कहा कि चालक जब सवारी को अपने गंतव्य तक पहुंचाना है तो चालक अपने कार्य में सफल होता है. इस तरह मैं भी टेंपो चलाकर अपने यात्री को गंतव्य तक सुरक्षित पहुंचाया.कभी कोई एक्सीडेंट नहीं हुआ और इस बात ने मेरे जीवन में मुझे बहुत बल दिया. यह संदेश इंसान को देश और समाज हित के काम को अंजाम तक पहुंचा सकता है चाहे वह हवाई जहाज का पायलट हो या टेंपो रिक्शा कार चालाक हो या रेल इंजन का चालक कोई भी चालक हो. जब ड्राइविंग सीट पर बैठता है तो सभी यात्रियों को सुरक्षित उनके गंतव्य तक पहुंचाता है. यह काम करने से मुझे खुशी है कभी मेरा टेंपो एक्सीडेंट नहीं हुआ.
इन्होंने कहा कि जब हिंदुस्तान के सिरमौर लीडर जो दुनिया जिसको मानती है वह भी चाय बेचा करते थे और आज वह दुनिया का नेतृत्व कर रहे है. ऐसे में मुझे ऐसे प्रधानमंत्री पर गर्व है और मुझे अपने कम पर गर्व है.
इनपुट- राजीव रंजन
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