जानें, बिहार के बजाए दिल्ली की कोर्ट में क्यों किया विधायक अनंत सिंह ने सरेंडर
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जानें, बिहार के बजाए दिल्ली की कोर्ट में क्यों किया विधायक अनंत सिंह ने सरेंडर

विधायक अनंत सिंह के दिल्ली कोर्ट में सरेंडर करने के बाद बिहार पुलिस की कार्रवाई पर सवाल खड़ा किया जा सकता है. क्योंकि पुलिस की सख्ती के बाद भी अनंत सिंह बिहार से दिल्ली पहुंच गए. 

अनंत सिंह ने दिल्ली कोर्ट में सरेंडर कर दिया है. (फाइल फोटो)

नई दिल्लीः बिहार के मोकामा से निर्दलीय विधायक अनंत सिंह पर यूएपीए का मामला दर्ज होने के बाद फरार चल रहे थे. बिहार पुलिस विधायक की गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी कर रही थी. हालांकि, अनंत सिंह ने वीडियो के जरिए अपना बयान दिया था कि वह फरार नहीं हैं बल्कि वह कोर्ट में सरेंडर करेंगे. वहीं, पांच दिन से गायब अनंत सिंह बिहार से दिल्ली पहुंचकर साकेत कोर्ट में सरेंडर कर दिया है.

विधायक अनंत सिंह के दिल्ली कोर्ट में सरेंडर करने के बाद बिहार पुलिस की कार्रवाई पर सवाल खड़ा किया जा सकता है. क्योंकि पुलिस की सख्ती के बाद भी अनंत सिंह बिहार से दिल्ली पहुंच गए. हालांकि, बिहार की पुलिस का कहना है कि उनकी सख्ती के बाद ही उन्होंने सरेंडर किया है. लेकिन अनंत सिंह ने कल ही वीडियो जारी कर कहा था कि वह किसी भी हाल में पुलिस से गिरफ्तार नहीं होंगे वह न्यायालय में सरेंडर करेंगे.

अनंत सिंह के ऊपर यूएपीए का मामला दर्ज किया गया है. हालांकि, इस मामले के अंतर्गत अनंत सिंह को किसी भी तरह की तत्काल राहत नहीं मिलेगी. लेकिन जैसा की वह कह रहे थे कि उन्हें बिहार पुलिस पर भरोसा नहीं है. उन्हें साजिश के तहत फंसाया जा रहा है. ऐसे में कोर्ट जांच को लेकर फैसला कर सकती है.

अनंत सिंह को पकड़ने के लिए बिहार पुलिस ने चारों तरफ पुलिस तैनात कर रखे थे. ऐसे में अनंत सिंह पटना या बाढ़ की कोर्ट में सरेंडर नहीं कर सकते थे. पुलिस को अगर भनक लगती तो वह फौरन उन्हें गिरफ्तार कर लेते. ऐसे में गिरफ्तारी के बाद पुलिस अनंत सिंह भगोड़ा के रूप में कोर्ट में पेश करती. ऐसे में विधायक ने बिहार के बदले दिल्ली की कोर्ट में सरेंडर किया है. वहीं, अब बिहार पुलिस को अनंत सिंह से पूछताछ करने के लिए ट्रांजिट रिमांड की जरूरत होगी.

दिल्ली पुलिस के द्वारा बिहार पुलिस के अधिकारियों को अनंत सिंह के सरेंडर करने की सूचना दी गई है. अब बिहार पुलिस को कोर्ट में ट्रांजिट रिमांड के लिए आवेदन करना होगा. जिसके बाद अनंत सिंह को बिहार पुलिस के हवाले किया जा सकता है.

हालांकि, जांच लंबी चलनी है, क्योंकि अनंत सिंह के घर से प्रतिबंधित हथियार और बम बरामद किया गया है. ऐसे में उन्हें जल्द कोई राहत नहीं मिल सकती है. वहीं, अगर पुलिस के पास उनके खिलाफ पुख्ता सबूत होंगे तो उनकी मुश्किलें और बढ़ सकती है. हालांकि, अनंत सिंह बिहार पुलिस के अधिकारियों पर आरोप लगा रहे हैं कि सासंद राजीव रंजन सिंह के निर्देशानुसार राजनीतिक रंजिश से उन्हें फंसाया जा रहा है. साथ ही एएसपी लिपि सिंह पर भी उन्होंने आरोप लगाया है कि उनके पिता सरकार में हैं और इस वजह से उन्हें लिपि सिंह टारगेट कर रही है.

ऐसे में माना जा रहा है कि अनंत सिंह की ओर से न्यायालय से जरूर अनुरोध किया जा सकता है कि उनके मामले की जांच किसी अन्य अधिकारी के द्वारा कराई जाए. क्योंकि, अनंत सिंह के मामले की जांच लिपि सिंह ही कर रही है.