Latehar News: जहां कभी गूंजती थी नक्सलियों की गोलियों की आवाज, अब वहां लग रही बच्चों की पाठशाला
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Latehar News: जहां कभी गूंजती थी नक्सलियों की गोलियों की आवाज, अब वहां लग रही बच्चों की पाठशाला

Latehar News: राष्ट्रीय साक्षरता मिशन के द्वारा बुजुर्गों को भी शिक्षित किया जा रहा है. इसके लिए दिन में बच्चे खुद पढ़ते हैं और रात को बुजुर्गों की क्लास लगती है.

बुजुर्गों को पढ़ाते बच्चे

Latehar News: झारखंड के नक्सली ग्रस्त लातेहार की फिजा अब बदल रही है. जहां कभी नक्सलियों की गोलियों की आवाज गूंजती थीं, वहां अब बच्चों की किलकारियां गूंज रही हैं. पहले जिन जगहों पर नक्सलियों को ट्रेनिंग दी जाती थी. वहां अब पाठशालाएं चल रही हैं. इतना ही नहीं बच्चे भी शिक्षक बनकर अपने माता-पिता और गांव के बुजुर्गों को भी पढ़ा रहे हैं. दिन में बच्चे खुद पढ़ते हैं और रात को बुजुर्गों की क्लास लगती है. ये पाठशालाएं शुरू होने की कहानी भी रोचक है. पहले गांव के लोगों को अशिक्षा के कारण हमेशा ठगी का शिकार होना पड़ता था. हालांकि, अब गांव के बुजुर्ग भी शिक्षित हो रहे हैं. सरकार की ओर से 2027 तक सभी निरक्षरों को साक्षर करने की योजना है. इसके लिए 100 गांव में अभियान चलाया जा रहा है. इसके साथ 400 गांव में 1800 केंद्रों की शुरुआत की जाएगी. 

115 पंचायतों में यह कार्यक्रम शुरू किया जाना है. अभी 15 वर्ष से ज़्यादा उम्र के निरक्षरों को उल्लास एप के माध्यम से शिक्षित किया जा रहा है. इसके बाद राष्ट्रीय साक्षरता मिशन के द्वारा बुजुर्गों को भी इसका लाभ मिलेगा. गांव-गांव में बुजुर्ग महिलाओं और पुरुषो को शिक्षित करने के लिए गांव के ही स्कूल में पढ़ने वाले बच्चे रात को पाठशाला चलाते हैं. इससे बुजुर्ग भी पढ़-लिख सकें. वहीं स्थानीय महिला ने बताया कि अनपढ़ होने के कारण सरकारी योजनाओं का लाभ नहीं मिलता था. सरकारी कार्यालयों में कागजों पर अंगूठा लगाना पड़ता था. इससे शर्मिंदगी महसूस होती थी. घर में अक्सर इस पर चर्चा होती थी. आज 8वीं में पढ़ने वाला बच्चा हमें पढ़ा रहा है. 

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वहीं स्कूल में पढ़ने वाले छात्र ने बताया कि हमारे घर के माता-पिता और आसपास के बुजुर्ग को अशिक्षा के कारण काफी परेशानी होती है. इनको शिक्षा देने के लिए हम लोग ही अपने बुजुर्ग माता-पिता को पढ़ाने-लिखाने का काम करते हैं. वहीं बुजुर्गों की पाठशाला में स्थानीय मुखिया सुनीता देवी की भी भूमिका काफी महत्वपूर्ण है. बुजुर्गों की पढ़ाई ठीक से हो रही है या नहीं, इसकी मोनेटरिंग भी करती हैं. वहीं पूरे मामले में लातेहार डीसी गरिमा सिंह ने बताई की आज अशिक्षा के कारण लोगो की ठगी का शिकार होना पड़ता है. इसको लेकर अब गांव-गांव में कोई बच्चा से लेकर बुजुर्ग कोई भी अशिक्षित न हो.

रिपोर्ट- संजीव कुमार गिरि

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