रांची : झारखंड से इस वक्त की सबसे बड़ी खबर आ रही है. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से ईडी की पूछताछ के बीच चंपई सोरेन को झारखंड मुक्ति मोर्चा के विधायक दल का नेता चुन लिया गया है. इसका मतलब यह हुआ कि अब चंपई सोरेन ही झारखंड के अगले मुख्यमंत्री होंगे. इससे पहले कल्पना सोरेन का नाम लिया जा रहा था लेकिन झारखंड मुक्ति मोर्चा के कुछ विधायकों और सोरेन परिवार में ही सहमति न होने के कारण कल्पना का नाम पीछे हो गया और चंपई सोरेन को विधायक दल का नेता चुन लिया गया.


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उधर, खबर आ रही है कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने झारखंड के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया हे. एक दिन पहले विधायक दल की बैठक में हेमंत सोरेन ने दो सादे कागज पर विधायकों के साइन करवाए थे. एक कागज पर कल्पना सोरेन का नाम लिखा था और दूसरे कागज पर चंपई सोरेन का नाम था. कल्पना सोरेन का नाम इसलिए पीछे हो गया, क्योंकि सोरेन परिवार में कल्पना को लेकर एकराय नहीं थी. खुद सीता सोरेन और पार्टी के कुछ विधायकों ने कल्पना के नाम का विरोध किया था. इसलिए अब चंपई सोरेन को मुख्यमंत्री बनाने के नाम पर सहमति बन चुकी है और उन्हें झारखंड मुक्ति मोर्चा के विधायक दल का नेता चुन लिया गया है. इसके अलावा उन्हें महागठबंधन के विधायक दल का भी नेता चुन लिया गया है.


उधर, हेमंत सोरेन पर गिरफ्तारी की तलवार लटक रही है. बुधवार को दोपहर करीब एक बजे ईडी की टीम ने उनसे पूछताछ शुरू की थी और रात 8 बजे के बाद तक उनसे पूछताछ होती रही. बाद में वे निकले और सीधे इस्तीफा देने राजभवन के लिए निकल गए. बताया जा रहा है कि ईडी ने उन्हें रांची के कथित जमीन घोटाले में 10 बार समन जारी किया था. कुछ दिन पहले ही ईडी ने उनके आवास पर कई घंटे पूछताछ भी की थी. सोमवार को भी हेमंत सोरेन को ईडी के सामने पेश होना था, लेकिन वे पेश नहीं हुए और ईडी दिल्ली स्थित उनके आवास पर पहुंच गई थी, जहां वे नहीं मिले थे. तब भाजपा ने उन्हें लापता तक घोषित कर दिया था.


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