Bihar Political Crisis: JMM ने बोला नीतीश कुमार पर हमला, कहा-उन्हें खुद नहीं पता कि वह किस पार्टी से हैं
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Bihar Political Crisis: JMM ने बोला नीतीश कुमार पर हमला, कहा-उन्हें खुद नहीं पता कि वह किस पार्टी से हैं

बिहार में चल रही सियासी उठापटक के बीच  झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) ने ही नीतीश कुमार पर जमकर हमला बोला है.

(फाइल फोटो)

Ranchi: बिहार में चल रही सियासी उठापटक के बीच  झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) ने ही नीतीश कुमार पर जमकर हमला बोला है. झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) ने दावा किया कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भरोसेमंद नहीं हैं और जनता दल (यूनाइटेड) प्रमुख खुद नहीं जानते कि वह किस पार्टी से हैं. 

झामुमो महासचिव और प्रवक्ता सुप्रियो भट्टाचार्य ने बिहार में राजनीतिक उथल-पुथल पर कहा कि विपक्षी समूह द्वारा नीतीश कुमार के बारे में विश्वास की कमी के कारण उनको इंडिया गठबंधन का संयोजक नहीं बनाया गया. बिहार के मुख्यमंत्री और जद(यू) प्रमुख कुमार के फिर से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) में लौटने के कयासों पर भट्टाचार्य ने कहा, 'नीतीश कुमार को खुद नहीं पता कि वह किस पार्टी से जुड़े हैं. वह न तो अपनी पार्टी के हैं और न ही किसी अन्य के.' भट्टाचार्य ने यह भी कहा कि बिहार के लोग 'राजनीतिक रूप से जागरूक' हैं और उनमें 'गुस्सा' है. उन्होंने कहा, 'वे हर बार (पाला बदलने की) ऐसे हथकंडे को बर्दाश्त नहीं करेंगे.' 

लालू यादव के घर पर हुई थी बैठक

इससे पहले शनिवार को राजद की बैठक लालू प्रसाद की पत्नी और पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के आवास पर हुई. बैठक में राज्य विधानमंडल के सदस्यों समेत पार्टी के सभी वरिष्ठ नेता मौजूद थे. राजद 79 विधायकों के साथ बिहार विधानसभा में सबसे बड़ी पार्टी है और महागठबंधन का हिस्सा है जिसमें कांग्रेस तथा तीन वामपंथी दल भी शामिल हैं. 

जद(यू) के हटने की स्थिति में महागठबंधन के पास विधानसभा में बहुमत से आठ सदस्य कम हैं. राजद के जीतन राम मांझी की पार्टी हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा को राजग से अलग करके कुमार को मात देने की अफवाहों के बारे में पूछे जाने पर मांझी के पुत्र संतोष कुमार सुमन ने संवाददाताओं से कहा, 'मेरे पिता को मुख्यमंत्री पद की पेशकश नहीं की गई है. अगर उन्हें मुख्यमंत्री पद की पेशकश की जाती तो भी हम स्वीकार नहीं करते.' 

उन्होंने कहा, 'राजद दलित कार्ड खेलना चाहता है. उन्हें एक दलित को उपमुख्यमंत्री बनाकर और अधिक दलितों को कैबिनेट में शामिल करके उदाहरण स्थापित करना चाहिए था. हम नयी राजग सरकार में शामिल होने की उम्मीद कर रहे हैं.' विधानसभा में मांझी की पार्टी के चार विधायक हैं. 

ऐसी भी खबरें आई हैं कि कांग्रेस के विधायक घटनाक्रम पर नजर रखे हुए हैं और उनमें से कई पाला बदलने की योजना बना रहे हैं. इस बारे में पूछे जाने पर कांग्रेस विधायक दल के नेता शकील अहमद खान ने  कहा, 'ऐसी सभी अफवाहें झूठी हैं. भारत जोड़ो न्याय यात्रा के तहत बिहार पहुंच रहे राहुल गांधी की 30 जनवरी की रैली की तैयारियों पर चर्चा के लिए पूर्णिया जिले में हुई बैठक में सभी 19 विधायक मौजूद थे.' 

(इनपुट भाषा के साथ)

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