Purnia Lok Sabha Constituency: पप्पू यादव चाहतारअन कि बीमा भारती के राजद ड्रॉप कर देवे और उनका पर दांव लगावे. इ त रउआ लगिन के पता ही होई कि पप्पू यादव अब कांग्रेस में शामिल हो गइल बाड़न. उनकर जन अधिकार पार्टी के भी कांग्रेस में विलय हो गइल बाटे. एहि खातिर पप्पू यादव मजबूरी में आके लालू यादव के निहोरा करतआरन.
Trending Photos
Purnia Lok Sabha Constituency: बाहुबली से राजनीतिज्ञ बनलें पप्पू यादव आजकल बिहार की राजनीति में छा गइल बाड़न. रोज उ प्रेस के सामने आके लालू प्रसाद से निहोना पर निहोरा करतारअन कि पूर्णिया सीट उनका खातिर छोड़ल जावे के चाही. उ बार बार कहतारअन कि मर जाएब, मिट जाएब पर पूर्णिया छोड़के ना जाएब. लालू प्रसाद के पार्टी राजद की ओर से जेडीयू से आइल बाड़ी बीमा भारती पर दांव लगावल गइल बाटे. अब पप्पू यादव चाहतारअन कि बीमा भारती के राजद ड्रॉप कर देवे और उनका पर दांव लगावे. इ त रउआ लगिन के पता ही होई कि पप्पू यादव अब कांग्रेस में शामिल हो गइल बाड़न. उनकर जन अधिकार पार्टी के भी कांग्रेस में विलय हो गइल बाटे. एहि खातिर पप्पू यादव मजबूरी में आके लालू यादव के निहोरा करतआरन. अब खबर आवताटे कि अगर राजद के उम्मीदवार बीमा भारती के राजद वापस ना लेलख तअ पप्पू यादव 4 अप्रैल के आपन नामांकन भर दिहन. ऐकर मतलब तअ इ भइल कि पप्पू यादव या तअ कांग्रेस से बागी होइहन या पूर्णिया में फ्रेंडली फाइट होखे जा रहलबाटे या फिर पप्पू यादव के चलते महागठबंधन टूट जाई. हालांकि इ सब एतना आसान नइखे.
आज के जवन हालत बाटे, वोमे विरोधी दल वालन के मजबूरी बा कि सब एक साथे होखे के चाही. दिल्ली के मुख्यमंत्री के हालत रउआ सबन देखिये लेले होखेम. झारखंड में भी बहुत पहिले कांड हो चुकल बाटे. अब विपक्षी नेता सबमें इ बात के भय बा कि अगर हम भाजपा से अलग भइनी त हमरौ के जेल हो जाई. इहे डर सभी दल वालन के एकजुट कर रहल बाटे. इहे सब खातिर एक दिन पहिले दिल्ली के रामलीला मैदान में विपक्षी के पहली बार एतना बड़ा रैली भइल. इस सब देखके पप्पू यादव त महागठबंधन या फिर कांग्रेस से अलग होखे के रिस्क ना ले सकतारअन.
यह भी पढ़ें:लालू-हेमंत से पीछे रह गए अरविंद केजरीवाल, क्या पूरी होगी 'वर्क फ्रॉम जेल' की मंशा?
उधर, लालू के देखि के कवनो रिएक्शन अभी तक इ मामला में नइखे आइल. तेजस्वी यादव त एक कदम आगे जाके इ बोल देहलन कि हमनी के कवनो आदमी से गठबंधन नइखी कइले. हमनी के कांग्रेस पार्टी से गठअबंधन भइल बाटे. अब कांग्रेस के तय करेके बा कि उ केकरा के कहां से उम्मीदवार बनाई या ना बनाई. तेजस्वी यादव त पप्पू यादव के नामो लेवे के जरूरत ना समझलन.