Bihar News: गुजरात उद्योग में भले ही आगे लेकिन पसीने के रूप में जो बूंदें गिरती हैं वह बिहार का ही है- मोहन यादव
Bihar News: मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव एक दिवसीय बिहार दौरे पर आज पटना आये हुये थे. पहले उन्हें एसकेएम हॉल में यादव समाज की तरफ से सम्मानित किया गया. इसके बाद मोहन यादव बिहार बीजेपी के प्रदेश कार्यालय पहुंचे.
पटना: Bihar News: मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव एक दिवसीय बिहार दौरे पर आज पटना आये हुये थे. पहले उन्हें एसकेएम हॉल में यादव समाज की तरफ से सम्मानित किया गया. इसके बाद मोहन यादव बिहार बीजेपी के प्रदेश कार्यालय पहुंचे. जहां प्रदेश कार्यालय में मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव को भाजपा नेताओं के द्वारा सम्मानित किया गया.
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वहीं मप्र के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा कि यहां लीडरशिप की कमी है. यही वजह है कि बिहार आज भी पिछड़ा राज्य है. बिहार में किस बात की कमी है? कोई ऐसा राज्य ऐसा नहीं जहां बिहार के आईएएस-आईपीएस नहीं हैं. एकमात्र राज्य बिहार है जिसे यह सौभाग्य मिला है.
मोहन यादव ने यहां कहा कि गुजरात उद्योग में भले ही आगे है लेकिन पसीने के रूप में जो बूंदें गिरती हैं वह बिहार का ही है. बिहार हर क्षेत्र के अंदर अपनी पहचान बनाए हुए है. सभी क्षेत्रों में बिहार के लोगों की अपनी पहचान है. आपातकाल के समय बिहार ही आगे आया और लोकतंत्र को बचाने का काम किया.
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मोहन यादव ने कहा कि बिहार और आगे जा सकता था. देश के पांच बीमारू राज्य थे. चार राज्य निकल गए लेकिन बिहार वहीं ठहरा हुआ है. यहां कमी है तो सिर्फ लीडरशिप की. समाज में कमी नहीं है. नेतृत्व क्षमता की कमी से बिहार पिछड़ा हुआ है.
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पटना में डा. मोहन यादव ने कहा, बिहार की पावन भूमि पर आकर धन्य महसूस कर रहा हूं. बिहार भगवान बुद्ध और भगवान महावीर की भूमि है. यह सम्राट अशोक की भी भूमि है. उन्होंने कहा, भगवान कृष्ण की महिमा और नाम से जुड़े दो राज्य हैं जिसमें यूपी और बिहार आते हैं. वृंदावन बांके बिहारी लाल की जय में भी बिहार आता है. उन्होंने कहा, पूरे समाज में कही भी अधर्म दिखे, वहां विरोध करना चाहिए. भगवान कृष्ण ने भी अधर्म का विरोध किया था.
मोहन यादव ने कहा, लोकतंत्र को जिंदा रखने में हमलोगों के समाज यादव समाज की बड़ी भूमिका है. हम सब समाज की सेवा के साथ देश की सेवा करें, यही हमारा कर्तव्य होना चाहिए. परमात्मा के प्रेम से हमलोग प्रकृति प्रेम करते हैं. गौ सेवा के जरिए हमलोग देवी देवता का ध्यान करते हैं.