Tejashwi Yadav Madhepura Rally: लोकसभा चुनाव को लेकर बिहार का सियासी पारा सातवें आसमान पर पहुंच चुका है. एनडीए को रोकने के लिए राजद नेता और पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव अपनी पूरी ताकत झोंकने में जुटे हैं. तेजस्वी ने गुरुवार (18 अप्रैल) को मधेपुरा के रासबिहारी स्कूल मैदान पर राजद प्रत्याशी कुमार चंद्रदीप के समर्थन में जनसभा को संबोधित किया. इस रैली में तेजस्वी को पार्टी की अंदरूनी कलह का बेहतर अंदाजा लग गया. मधेपुरा में तेजस्वी की सभा में ना लोग आए और ना ही राजद प्रत्याशी मंच पर पहुंचा. ऐसा पहली बार हुआ कि आरजेडी की सभा हो और कुर्सियां खाली रह गई हों. जनसभा को संबोधित करते हुए तेजस्वी ने कहा कि यह चुनाव संविधान और लोकतंत्र को बचाने का चुनाव है. भाजपा के नेता पूरे देश में संविधान बदलने की बात कह रहे हैं. उन्होंने आगे कहा कि किसी माई के लाल में दम नहीं जो संविधान को बदल सके. हालांकि, इस जनसभा में उन्हें अपनी ताकत का अंदाजा भी लग गया होगा. 


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खाली कुर्सियों को देखकर एक मिनट के लिए तेजस्वी भी अचंभित रह गए. इतना ही नहीं राजद प्रत्याशी कुमार चंद्रदीप खुद मंच पर मौजूद नहीं थे. तेजस्वी को इसका बिल्कुल भी अंदाजा नहीं था. शायद यही वजह रही होगी कि तेजस्वी को कहना पड़ा कि अगर मधेपुरा के लोग हमें ताकत नहीं देंगे, तो कौन देगा? गिने-चुने लोगों को संबोधित करके तेजस्वी यादव और मुकेश सहनी निकल गए. वहीं इसको लेकर अब सत्तापक्ष तंज कस रहा है. JDU के स्टेट जनरल सेक्रेटरी और प्रवक्ता निखिल मंडल ने कहा कि अब बहुत हो गया तेजस्वी यादव जी, मधेपुरा आपसे नाराज है.जेडायू नेता ने आगे कहा कि मधेपुरा लोकसभा के उम्मीदवार के नॉमिनेशन सभा में तेजस्वी जी ख़ुद मौजूद रहे फिर भी छोटे से पंडाल में लगी कुर्सी भी नहीं भर पायी. क्या लड़ पाएंगे, ये लोग एनडीए से..!! 


 


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जनता से इमोशनली अपील करते हुए तेजस्वी ने कहा कि मधेपुरा हमारे पिता की कर्मभूमि रही है. यहां के लोगों ने हमेशा मान-सम्मान देने का काम किया है. विधानसभा में भी आप लोगों ने मधेपुरा सीट जिताया. हमने 2020 में चुनाव प्रचार के दौरान 10 लाख सरकारी नौकरी देने की घोषणा की थी. उन्होंने कहा कि चाचा (नीतीश कुमार) कहते थे, कहां से नौकरी देगा, असंभव है. लेकिन उन्हीं चाचा के हाथ से हमने 17 महीने में 5 लाख सरकारी नौकरी का नियुक्ति पत्र बंटवाया. 


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रैली को संबोधित करते हुए तेजस्वी यादव ने कहा पढ़ाई, दवाई, सिंचाई के बारे में बात नहीं होती है. यही मोदी जी पहले कहते थे सत्ता में आएंगे तो अच्छे दिन लाएंगे. हर एक के खाते में 15-15 लाख रुपये देंगे. हर साल 2 करोड़ युवाओं को रोजगार देंगे. किसानों की आय दोगुनी कर देंगे. 2022 तक सबका पक्का मकान बना देंगे. बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देंगे, लेकिन उनके 10 साल के शासनकाल में इनमें से एक भी काम नहीं हुआ. उन्होंने आगे कहा कि मोदी और भाजपा की जुमलेबाजी में नहीं फंसना है.