ससुरालवालों ने नहीं कराई साली से शादी, सरफिरे ने पत्नी-दो साल के बच्चे पर उढ़ेल दिया तेजाब
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ससुरालवालों ने नहीं कराई साली से शादी, सरफिरे ने पत्नी-दो साल के बच्चे पर उढ़ेल दिया तेजाब

पिछले माह 9 अगस्त को आरोपी मुन्ना कुमार ने दरिंदगी की हद पार कर दी. घर मे सोयी पत्नी रिंकी देवी, साली पूनम कुमारी और नाती वरुण कुमार जो दो वर्ष का था उन तीनों पर एसिड फेंक कर घर में आग लगा दिया और मौके से फरार हो गया. 

ससुरालवालों ने नहीं कराई साली से शादी, सरफिरे ने पत्नी-दो साल के बच्चे पर उढ़ेल दिया तेजाब.

जहानाबाद: बिहार के जहानाबाद जिले के मखदुमपुर के रहने वाले स्व. कोमल यादव के दामाद मुन्ना कुमार ने पत्नी, साली समेत अपने दो साल के मासूम बच्चे के शरीर पर तेजाब फेंक कर मौत के घाट उतार कर फरार हो गया.

दरअसल मखदुमपुर थाना क्षेत्र की रहने वाली स्व. कोमल सिंह ने अपनी बेटी की शादी मुन्ना कुमार से कराई थी जो पेशे से ड्राइवर था. बेटी की शादी इसलिए की थी कि वह खुश रह सके, लेकिन दोनों के बीच शादी का रिश्ता कुछ ठीक नहीं रहा. शादी के बाद दोनों को माता-पिता बनने का सौभाग्य भी प्राप्त हुआ.

इस बीच आरोपी मुन्ना कुमार ने अपनी साली से शादी करने की जिद ठान ली. इस बाबत घर के लोगों ने समझाने की कोशिश भी की लेकिन मुन्ना मानने को तैयार नहीं था. इसके कारण कई बार मुन्ना ने पत्नी को मारपीट कर जबरन बहन से शादी कराने के लिए दबाव भी बनाया.

पिछले माह 9 अगस्त को आरोपी मुन्ना कुमार ने दरिंदगी की हद पार कर दी. घर मे सोयी पत्नी रिंकी देवी, साली पूनम कुमारी और नाती वरुण कुमार जो दो वर्ष का था उन तीनों पर एसिड फेंक कर घर में आग लगा दिया और मौके से फरार हो गया. 

आग की लपटें देखकर घर के लोग जब तक कुछ समझ पाते तब तक तीनो गंभीर रूप से झुलस चुके थे. आनन फानन में नजदीक के अस्पताल ले जाया गया, जहां दो साल के बच्चे वरुण की इलाज के दौरान मौत हो गई. अन्य दोनो महिलाओँ की हालत गंभीर है. उन दोनों को पटना के पीएमसीएच अस्पताल रेफर कर दिया गया है, जहां पीएमसीएच में कई दिनों तक इलाज चलने के बाद आरोपी की पत्नी रिंकी देवी की मौत हो गई. 

उसके बाद पूनम कुमारी की हालत में भी सुधार नहीं दिख रहा था .इलाज चलने के दौरान पूनम कुमारी की भी मौत हो गई. घटना की जानकारी मिलते ही घर परिवार में कोहराम मच गया.

पुलिस के वरीय पदाधिकारी भी अब तक आरोपी की गिरफ्तारी नहीं कर पाए हैं. इसी बीच जहानाबाद एसपी मनीष कुमार तबादला हो गया और केस ठंडे बस्ते में डाल दिया, लेकिन पीड़ित परिजनों की उम्मीद तब जगी जब एसपी के पद पर एक महिला अधिकारी पहुंची.
 
इस बाबत एसपी मीनू कुमारी को घटना की जानकारी दी गई, लेकिन फिर भी आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हो सकी. वही, मृतिका के भाई ने जी मीडिया से गुहार लगाते हुए कहा कि पुलिस से अब भरोसा उठ गया है. अब मीडिया पर ही भरोसा है. क्योंकि इलाज के दौरान अन्य परिवारों को भी जान मारने की धमकी दी जा रही है.

घटना के बारे में संज्ञान लेने के लिए जब मीडिया की तरफ से दबाव बना तो पुलिस एक्टिव हो गई और छापेमारी करने लगी. आरोपी के नाम का पोस्टर पर चस्पा किया गया.

साथ ही न्यायालय से कुर्की जब्ती की आदेश लेकर जल्द ही कुर्की जब्ती की जाएगी. साथ ही एसिड अटैक को लेकर पीड़िता के परिजनों के लिए सरकार के द्वारा मुआवजे की राशि के लिए भी न्यायालय से गुहार लगाई जायगी और जल्द ही पीड़ित परिजनों को न्याय दिलाया जाएगा.

सबसे बड़ा सवाल जहानाबाद पुलिस पर खड़ा हो गया है कि घटना के एक माह हो गया. फिर आरोपी को पुलिस की गिरफ्त से बाहर है.