झरने का पानी इतना भयानक रूप ले लिया कि हर कोई देख भौचक रह गया. मौके पर मौजूद ककोलत के केयर टेकर यमुना पासवान ने सभी सैलानियों को कुंड से बाहर निकाला.
बाद में वन विभाग की टीम ने सभी को नीचे उतारा. फिलहाल ककोलत जलप्रपात में प्रवेश पर सभी के लिए रोक लगा दी गई है.
आपको बता दें हर साल ककोलत में बारिश के बाद बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो जाती है फिलहाल कोई भी अप्रिय खबर की सूचना नहीं है.
डीएफओ राजीव रंजन ने इस पूरे मामले पर कहा कि बाढ़ की स्थिति के समय वन विभाग की टीम वहां उपस्थित थी किसी प्रकार का कोई क्षति नहीं हुई है. ककोलत वॉटरफॉल में हर साल तेज बारिश आने पर ऐसी स्थिति हो जाती है, लेकिन इस बार बेहतर इंतजाम किया गया है.
पहले या क्षेत्र में लोग किसी भी स्थान पर प्रवेश कर जाते थे, लेकिन अब वन विभाग के आदेश के बिना कोई प्रवेश नहीं कर सकता है जिसके कारण किसी प्रकार का कोई हानि नहीं पहुंची है.
इनपुट- यशवन्त सिन्हा
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