झारखंड: केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर बोले- देश में एक और हरित क्रांति की जरूरत
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झारखंड: केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर बोले- देश में एक और हरित क्रांति की जरूरत

कृषि मंत्री ने झारखंड के हजारीबाग स्थित भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान ( IARI) के नवनिर्मित अतिथिगृह का आनलाइन उद्घाटन किया.

झारखंड: केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर बोले- देश में एक और हरित क्रांति की जरूरत. (फाइल फोटो)

नई दिल्ली: केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण, ग्रामीण विकास तथा पंचायती राज मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि, देश की बढ़ती आबादी को देखते हुए खाद्यान्नों का उत्पादन बढ़ाने के लिए, देश में एक और हरित क्रांति की आवश्यकता है. कृषि मंत्री ने सोमवार को यहां से झारखंड के हजारीबाग स्थित भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान ( IARI) के नवनिर्मित अतिथिगृह का आनलाइन उद्घाटन किया.

इसके अलावा तोमर ने इस संस्थान के नए प्रशासनिक एवं शैक्षणिक भवन का नामकरण डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी (Dr. Shyama Prasad Mukherjee) के नाम पर किया. उन्होंने कहा, 'झारखंड की धरा पर बड़े शुभ दिन यह कार्यक्रम हो रहा है. आज डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी जी की जयंती है, जिन्होंने देश की एकता-अखंडता के लिए जीवन समर्पित कर दिया, एक देश-एक विधान को लेकर अलख जगाई व कश्मीर में बलिदान दिया.'

तोमर ने कहा कि, सरकार वर्ष 2022 तक किसानों की आय दोगुनी करने को लेकर प्रतिबद्ध है और इस लक्ष्य की प्राप्ति में बजट में घोषित सरकार के 16 सूत्रीय कार्यबिंदु एवं नए कानूनी प्रावधान और सुधार के कार्यक्रम सहायक होंगे.

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि, सरकार ने वर्ष 2020-21 के बजट में कृषि व संबंधित गतिविधियों, सिंचाई और ग्रामीण विकास के लिए 2.83 लाख करोड़ रुपए आवंटित किए, जो अब तक का सर्वाधिक बजट है.

उन्होंने कहा कि, आत्मनिर्भर भारत अभियान के तहत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने कई उपायों की घोषणा की है, जिनमें कृषि क्षेत्र के लिए एक लाख करोड़ रुपये का इंफ्रास्ट्रक्चर फंड शामिल हैं. मत्स्य पालन, पशुपालन, हर्बल खेती, मधुमक्खी पालन आदि के लिए भी करोड़ों रुपए के पैकेज दिए हैं, जिनके माध्यम से खेती-किसानी से जुड़े सभी वर्गो की तरक्की सुनिश्चित होगी.

तोमर ने कहा, 'बढ़ती आबादी के लिहाज से खाद्यान्न आपूर्ति के लिए भविष्य में दूसरी हरितक्रांति की जरूरत होगी. झारखंड सहित पूर्वोत्तर राज्यों में यह क्रांति लाने की अपार संभावनाएं हैं.' कार्यक्रम में केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री पुरषोत्तम रूपाला और कैलाश चैधरी के अलावा आईसीएआर के महानिदेशक डॉ. त्रिलोचन महापात्र व अन्य अधिकारी मौजूद थे.
(इनपुट-आईएएनएस)