मधवापुर प्रखंड के साहरघाट निवासी उषा देवी का चयन भी राज्य अवार्ड के लिए किया गया, जिससे उनके परिवार और इलाके में ख़ुशी का माहौल है.
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मधुबनी: विश्व प्रसिद्ध मिथिला पेंटिंग (Mithila Paimning) के कलाकारों ने एक बार फिर परचम लहराया है. जिले के नौ शिल्पकारों का राज्य पुरष्कार (Award) के लिए चयन किया गया है. 'उपेंद्र महारथी शिल्प अनुसंधान संस्थान' की राज्य पुरष्कार प्रतियोगिता में बिहार के कुल 20 शिल्पकार पुरष्कार के लिए चयनित हुए हैं, जिसमें से 9 शिल्पकार मिथिला पेंटिंग से जुड़े हैं.
मधवापुर प्रखंड के साहरघाट निवासी उषा देवी का चयन भी राज्य अवार्ड के लिए किया गया, जिससे उनके परिवार और इलाके में ख़ुशी का माहौल है. उषा देवी की मानें तो वे अपनी मां के साथ 12 वर्ष की उम्र से मिथिला पेंटिंग कर रही हैं.
उन्होंने बताया कि मिथिला पेंटिंग में प्राकृतिक रंग का प्रयोग करती हैं. उषा के परिवार में सभी लोग पेंटिंग बनाते हैं. पति और तीन बच्चे भी पेंटिंग बनाते हैं.
पुरष्कार की घोषणा के बाद उषा काफी खुश हैं. उनका कहना है कि इलाके के लोग भी पेंटिंग सीखकर रोजगार पा सकते हैं. देश-विदेश में नाम रोशन कर सकते हैं. उषा, हेमा, प्रीती समेत नौ कलाकारों को मिथिला पेंटिंग में राज्य अवार्ड की घोषणा से कलाकारों में भी खुशी की लहर है.
ज्ञात हो कि मिथिला पेंटिंग की प्रसिद्धि देश से बाहर विदेशों में भी है. इस चित्रकला शैली के कलाकार मिथिला के अधिकांश हिस्सों में मिलते हैं. पेंटिंग के जरिए मिथिला और देश की संस्कृति दिखाने की कोशिश की जाती है.
-- Palak Sharma, News Desk