बिहार सरकार ने फैसला किया है कि राज्य से लगनेवाली सीमाओं पर सीमांचल आपदा राहत केंद्र बनाए जाएंगे. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के निर्देश पर बनाए केंद्र बनाए जा रहे हैं. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार खुद इन केंद्रों की व्यवस्थाओं की निगरानी करेंगे.
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पटना: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज अधिकारियों के साथ उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक की. वहीं, बिहार सरकार ने कोरोना वायरस संक्रमण को रोकने के लिए कई अहम फैसले भी लिए.
बिहार सरकार ने फैसला किया है कि राज्य से लगनेवाली सीमाओं पर सीमांचल आपदा राहत केंद्र बनाए जाएंगे. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के निर्देश पर बनाए केंद्र बनाए जा रहे हैं. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार खुद इन केंद्रों की व्यवस्थाओं की निगरानी करेंगे.
बिहार में बाहर से आनेवाले और बाहर जानेवालों को इन शिविरों में रखा जाएगा. शिविर में रहने, खाने और इलाज की होगी व्यवस्था. नेपाल सीमा से लगनेवाले सभी जिलों में भी शिविर खोले जाएंगे. आपको बता दें कि जिन जिलों में सीमांचल आपदा राहत शिविर खोले जाएंगे वो- पूर्वी चंपारण, पश्चिम चंपारण, अररिया, सुपौल, औरंगाबाद, सीतामढ़ी, मधुबनी, किशनगंज, पूर्णिया, कटिहार, भागलपुर, बांका, जमुई, नवादा, गया, भोजपुर, कैमूर, बक्सर, छपरा, सीवान और गोपालगंज हैं.
मुख्य सचिव ने सभी जिलों के डीएम को वीडियो कांफ्रेंसिंग से जारी किए निर्देश. मुख्यमंत्री के फैसले से दिल्ली अन्य राज्यों से आनेवाले लोगों को सीमांचल के शिविरों से रखा जा सकेगा. नेपाल से आनेवाले लोग भी सीमांचल शिविर में रहेंगे. शिविरों से कोरोना को रोकने में मदद मिलेगी .