पाकुड़: पाकुड़ समाहरणालय परिसर में जिला प्रशासन और पुलिस विभाग ने सड़क सुरक्षा और यातायात सुधार के लिए एक नई शुरुआत की. डीसी मनीष कुमार और एसपी प्रभात कुमार ने जाम की समस्या से निजात दिलाने के लिए रिकवरी वैन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया. इस अवसर पर सड़क सुरक्षा को लेकर कई कार्यक्रम आयोजित किए गए.


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डीसी मनीष कुमार ने कहा कि जिले को सुरक्षित और व्यवस्थित बनाने के लिए हर संभव प्रयास किया जा रहा है. इसी के तहत एक वर्कशॉप का आयोजन किया गया, जिसमें सड़क सुरक्षा को लेकर जागरूकता बढ़ाने पर चर्चा हुई. इसके साथ ही सड़क सुरक्षा पर चौपाल लगाकर लोगों को नियमों का पालन करने के लिए प्रेरित किया गया. साथ ही हिट एंड रन मामलों में मृतकों के परिवारों को सरकार द्वारा मुआवजा राशि वितरित की गई. जिले में हाल ही में हुई 19 सड़क दुर्घटनाओं में से 5 प्रभावित परिवारों को 2-2 लाख रुपये के चेक और कंबल प्रदान किए गए. यह सहायता उन परिवारों के लिए एक राहत की तरह है जो सड़क दुर्घटनाओं के कारण अपनों को खो चुके हैं. सुरक्षित वाहन संचालन को प्रोत्साहित करने के लिए 15 बाइक चालकों को हेलमेट का वितरण भी किया गया. डीसी ने कहा कि सड़क सुरक्षा केवल एक नियम नहीं, बल्कि हर नागरिक की जिम्मेदारी है.


एसपी प्रभात कुमार ने इस पहल के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा कि रिकवरी वैन जाम की समस्या को कम करने में मदद करेगी. उन्होंने हेलमेट के उपयोग पर जोर देते हुए कहा कि यह केवल पुलिस से बचने के लिए नहीं, बल्कि सड़क दुर्घटनाओं में जान बचाने के लिए आवश्यक है. सभी बाइक चालकों को इसे अपनी दिनचर्या का हिस्सा बनाना चाहिए. इस कार्यक्रम से लोगों में सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूकता बढ़ी है. प्रशासन और पुलिस विभाग ने आश्वासन दिया है कि इस प्रकार की पहलें भविष्य में भी जारी रहेंगी. पाकुड़ जिले में इस प्रयास को एक सकारात्मक कदम के रूप में देखा जा रहा है, जो न केवल यातायात सुधार बल्कि नागरिक सुरक्षा सुनिश्चित करने में मदद करेगा. यह पहल बताती है कि जब प्रशासन और आम जनता मिलकर काम करें, तो बदलाव संभव है. आने वाले दिनों में पाकुड़ की सड़कें और अधिक सुरक्षित और व्यवस्थित होंगी.


इनपुट- सोहन प्रमाणिक


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