पटना नगर निगम में डिप्टी मेयर का चुनाव लॉटरी के जरिए खत्म हुआ. परिणाम अप्रत्याशित रहे क्योंकि पटना की नई डिप्टी मेयर मीरा देवी हैं.
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पटनाः राजधानी पटना नगर निगम में डिप्टी मेयर का चुनाव लॉटरी के जरिए खत्म हुआ. परिणाम अप्रत्याशित रहे क्योंकि पटना की नई डिप्टी मेयर मीरा देवी हैं. मीरा देवी पूर्व डिप्टी मेयर विनय कुमार की उम्मीदवार थी, जबकि पलड़ा मेयर सीता साहू के उम्मीदवार आशीष सिन्हा का भारी बताया जा रहा था.
आशीष सिन्हा शुक्रवार को भारतीय जनता पार्टी में शामिल भी हुए थे. सुशील मोदी से भी मुलाकात की थी जिसके बाद आशीष सिन्हा का डिप्टी मेयर बनना तय बताया जा रहा था. लेकिन नतीजों से साबित हो गया कि पार्षदों के बीच पूर्व डिप्टी मेयर विनय कुमार पप्पू की पकड़ अब भी मजबूत है. पटना नगर निगम आज अभूतपूर्व घटना का गवाह रहा.
दरअसल, 25 जून को डिप्टी मेयर पद से विनय कुमार के इस्तीफे के बाद शनिवार को चुनाव होना था. पटना नगर निगम परोक्ष रूप से दो गुटों में बंटा हुआ है. एक गुट मेयर सीता साहू दूसरा गुट पूर्व डिप्टी मेयर विनय कुमार पप्पू का है. इसी गुटबाजी का परिणाम था कि विनय कुमार पप्पू के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाया गया था. उस वक्त सिर्फ चार पार्षदों ने ही अविश्वास प्रस्ताव के खिलाफ वोट दिया था यानि विनय कुमार का समर्थन किया था. जिसके बाद से ही उम्मीद जताई जा रही थी कि पटना का अगला डिप्टी मेयर सीता साहू गुट का होगा. लेकिन आज ये भ्रम टूट गया.
वार्ड नंबर 72 से पार्षद मीरा देवी अब पटना की नई डिप्टी मेयर बन गई है. पटना नगर निगम में डिप्टी मेयर पद के लिए लगभग एक महीने से खींचतान चल रही थी. इसी कड़ी में 14 जुलाई को एक कमिटी भी बनाई गई. जिसने सर्वसम्मति से आशीष सिन्हा का नाम डिप्टी मेयर के लिए आगे बढ़ाया. शुक्रवार को आशीष सिन्हा ने बिहार बीजेपी के कद्दावर नेता और राज्य के उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी से मुलाकात भी की और भारतीय जनता पार्टी में शामिल भी हुए. जिसके बाद पूरी उम्मीद थी कि आशीष सिन्हा चुनाव जीतेंगे क्योंकि निगम में अधिकतर पार्षद बीजेपी समर्थक माने जाते हैं.
इससे पहले आज डीएम ऑफिस में करीब तीन घंटे तक नए डिप्टी मेयर को चुनने की प्रक्रिया चली. कुल 75 पार्षदों में 74 पार्षद शामिल हुए और मतदान किया. एक पार्षद की मौत हो चुकी है. 37 पार्षदों ने मीरा देवी के पक्ष में जबकि 37 पार्षदों ने आशीष सिन्हा के पक्ष में मतदान किया. जिसके बाद लॉटरी के जरिए फैसला मीरा देवी के पक्ष में आय़ा. मीरा देवी को विनय कुमार ने डिप्टी मेयर के लिए उतारा था. जिस विनय कुमार के समर्थन में 25 जून को सिर्फ चार पार्षदों ने मतदान किया था और उन्ही पार्षदों की संख्या बढ़कर 37 हो गई.
जीत के बाद विनय कुमार पप्पू ने कहा कि उन्हें हर वक्त परेशान किया गया.सीता साहू का नाम लिए बगैर उन्होंने कहा कि विकास के नाम पर भ्रष्टाचार हुआ और जब उन्होंने इसका विरोध किया. वहीं, पटना के डीएम कुमार रवि ने डिप्टी मेयर मीरा देवी के नाम की औपचारिक घोषणा की. मेयर और डिप्टी मेयर की कुर्सी की जंग समाप्त हो गई ऐसा नहीं लगता है. लेकिन इन सबके बीच पटना निगम में महिला और मजबूती से उभरी हैं क्योंकि अब मेयर और डिप्टी मेयर दोनों पर महिलाओं का कब्जा हो गया है.