स्मार्ट पुलिसिंग से कंट्रोल होगा पटना का ट्रैफिक, ड्यूटी से हटाए जाएंगे तोंद वाले पुलिसकर्मी
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स्मार्ट पुलिसिंग से कंट्रोल होगा पटना का ट्रैफिक, ड्यूटी से हटाए जाएंगे तोंद वाले पुलिसकर्मी

ट्रैफिक कंट्रोल के लिए पहले होमगार्ड के जवानों से मदद ली गयी थी, लेकिन समीक्षा में संतोषजनक परिणाम नहीं पाया गया.

बिहार में ट्रैफिक पुलिस की व्यवस्था में बड़ा बदलाव आने वाला है. (प्रतीकात्मक तस्वीर)

पटना : बिहार में अब थुलथुल, बेडौल और तोंद वाले ट्रैफिक पुलिसकर्मीयों को अब ड्यूटी से हटाया जाएगा. पुलिस मुख्यालय ऐसे जवानों से अब काम नहीं लेगा. शारीरिक रुप से मजबूत पुलिसकर्मी ही अब सड़कों पर नजर आएंगे. फरवरी महीने के अंत तक ट्रैफिक कंट्रोल सिस्टम में बड़े बदलाव को लेकर विभाग ने कमर कस ली है.

बिहार में ट्रैफिक पुलिस की व्यवस्था में बड़ा बदलाव आने वाला है. एडीजी मुख्यालय कुंदन कृष्णन ने कहा है कि ट्रैफिक कंट्रोल में अब अच्छे लोगों को लगाया जाएगा. ऐसे पुलिसकर्मी काम में लगाए जाएंगे जो शारीरिक रुप से मजबूत हों. उन्होंने बताया है कि ट्रैफिक कंट्रोल के लिए पहले होमगार्ड के जवानों से मदद ली गयी थी, लेकिन समीक्षा में संतोषजनक परिणाम नहीं पाया गया.

उन्होंने कहा कि हमारी कोशिश है कि ट्रैफिक को लेकर बिहार में इसी महीने बदलाव दिखने लगे. ट्रैफिक डीएसपी के जितने भी पद सृजित और खाली हैं उन्हें तत्काल भरा जाएगा. बेहतर ट्रैफिक कंट्रोल के लिए एक विशेष टीम का भी गठन किया जाएगा, जो कराई से ट्रैफिक सिस्टम को कंट्रोल करेगी.

कुंदन कृष्णन ने बेहतर ट्रैफिक कंट्रोल को लेकर कई उदाहरण भी दिए. एडीजी ने बताया कि पुलिस की पहली छवि सड़क पर चलनेवाले वाहनों के नियंत्रण से बनती है. जहां ढीला रवैया होगा वहां अनुशासनहीनता फैलता है. एक बच्चा अनुशासन घर, स्कूल, कॉलेज या फिर सड़क पर ही सीखता है. पुलिस का लोगों से संपर्क सबसे ज्यादा सड़क पर ही होता है. इसलिए अनुशासन बेहद जरुरी है.

उन्होंने कहा कि लोगों की शिकायत होती है कि सिर्फ चेकिंग के नाम पर मोटरसाइकिल वालों को ही परेशान किया जाता है, जबकि बेतरतीब खड़ी सिटी बस, अवैध पार्किंग या ऑटो पर कार्रवाई नहीं होती है. हमारी कोशिश होगी कि अब सीसीटीवी के जरिए नियम का उल्लंघन करनेवालों की पहचान की जाए. डीटीओ और आरटीओ की मदद से लाइसेंस और परमिट कैंसिल किया जा सके.

ड्यूटी पर तैनात ट्रैफिक पुलिस का जवान अवैध वसूली करते हुए पकड़ा जाएगा तो उसके खिलाफ कार्रवाई होगी. एडीजी ने कहा कि अभी चौक चौराहों पर जो सीसीटीवी कैमरे लगे हैं, वे सरकारी नहीं हैं. किसी विज्ञापन या फिर मीडिया कंपनी के लगे हुए हैं. पुलिस विभाग की ओर से बड़े पैमाने पर सीसीटीवी कैमरे लगाने का प्रस्ताव सरकार के पास भेजा गया है. जिस पर जल्द मंजूरी मिल जाएगी.