भागलपुर में जुलूस के दौरान हुई हिंसा के मामले में पुलिस ने केंद्रीय मंंत्री अश्विनी चौबे के बेटे के खिलाफ पुलिस में मामला दर्ज किया गया है.
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पटना : बिहार के भागलपुर में बीते शनिवार को एक धार्मिक जुलूस के दौरान भड़की हिंसा मामले में केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे के बेटे और बीजेपी नेता अर्जित शाश्वत के खिलाफ पुलिस ने मामला दर्ज किया है. नाथनगर में हुई हिंसा में दो पुलिसकर्मी सहित तीन लोग जख्मी हुए थे. इस मामले पर राजनीति भी खूब हो रही है. बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने इस मामले में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए कहा कि उपचुनाव में हार से घबराकर राज्य सरकार ने यह दंगा करवाया है.
Bihar: FIR registered against Arijit Shashwat, son of Union Minister Ashwini Choubey, and others in connection with clashes which broke out in Nathnagar area of Bhagalpur. In the FIR they have been accused of inciting violence.
— ANI (@ANI) 19 मार्च 2018
विक्रम संवत पर निकाला था जुलूस
भागलपुर जिले के नाथनगर पुलिस थाना इलाके में केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे के बेटे अर्जित चौबे की अगुवाई में बीजेपी, आरएसएस और बजरंग दल के कार्यकर्ताओं का शनिवार, 17 मार्च को एक जुलूस निकला था. नए विक्रम संवत वर्ष की पूर्वसंध्या पर निकाले गए इस जुलूस की शुरुआत बुधनाथ मंदिर से हुई और पूरे शहर से होते हुए यह नाथनगर पहुंचा.
जुलूस के दौरान दंगा
पुलिस ने बताया कि कुछ स्थानीय लोगों ने गाने बजाने पर आपत्ति जताई जिसकी वजह से तनाव पैदा हो गया. दो अलग-अलग समुदायों के स्थानीय लोगों के बीच झगड़ा हो गया, गोलियां चलीं, पथराव हुए और दुकानों एवं वाहनों को आग के हवाले कर दिया गया. पुलिस ने बताया कि मौके पर पहुंची पुलिस टीम का हिस्सा रहे दो पुलिसकर्मियों के हाथों में गोलियां लगीं. एक स्थानीय निवासी को ईंट से चोट लगने से उसका पांव जख्मी हो गया.
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दो FIR दर्ज हुईं
इस उपद्रव में पुलिस ने दो रिपोर्ट दर्ज की हैं. एक मामले में बिना अनुमति के जुलूस निकालने, तेज आवाज में डीजे बजाने और माहौल बिगाड़ने के खिलाफ अरिजित शाश्वत, बीजेपी नगर अध्यक्ष अभय घोष, प्रमोद वर्मा, देव कुमार पांडे और अज्ञात लोगों को आरोपी बनाया गया है.