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पटना: Bullet Train: देश भर में सेमी हाई स्पीड ट्रेन वंदे भारत की शुरुआत तो हो चुकी है. एक-एक कर अलग-अलग देश के हिस्सों से समय के साथ इन ट्रेनों के परिचालन का काम शुरू भी हो चुका है. वहीं जापान की तकनीक पर चलने वाली हाई स्पीड ट्रेन जिसे बुलेट ट्रेन के नाम से जाना जाता है. उसे भी चलाने की योजना पर लगातार काम हो रहा है. इन ट्रेनों के परिचालन के लिए स्टेशन, ट्रैक के लिए जमीन और अन्य सुविधाओं के लिए लगातार कार्यक्रम चलाया जा रहा है. ऐसे में बड़ी खबर बिहार को लेकर है. बता दें कि बिहारवासियों को भी प्रदेश में जल्द इस हाई स्पीड बुलेट ट्रेन का मजा मिलने वाला है.
दिल्ली से हावड़ा तक बुलेट ट्रेन के परिचालन की तैयारी है. यह ट्रेन बिहार के रास्ते से होकर गुजरेगी. जिसमें आरा, पटना और गया का क्षेत्र मुख्य रूप से पड़ेगा. ऐसे में बिहार के लोगों के लिए बुलेट ट्रेन का सपना भी भविष्य में पूरा होनेवाला है.
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इसको लेकर एरियल सर्वे चुका है. अब जमीन पर इसको लेकर सर्वेक्षण का काम चल रहा है. ऐसे में अब रूट को लेकर जो भ्रम की स्थिति थी वह खत्म हो गई है. नेशनल हाई स्पीड रेल कारपोरेशन लिमिटेड (एनएचएसआरसीएल) की तरफ से इसको लेकर जो रूट जारी किया गया है. उसमें बिहार में इस बुलेट ट्रेन के लिए बक्सर, आरा, उदवंतनगर, पटना और गया में स्टेशन का निर्माण होना है. ऐसे में भोजपुरी यानी आरा में इसको लेकर सर्वे का काम चल रहा है.
इस सर्वे के लिए जो कंपनी काम कर रही है उसका नाम आइडियल इंप्रेशन मार्केट रिसर्च है जो उदवंतनगर में लोगों से मिलकर इस परियोजना के बारे में समझा और बता रही है. साथ ही लोगों की रजामंदी भी इस प्रोजेक्ट को लेकर हासिल कर रही है. वाराणसी और हावड़ा के बीच जो बुलेट ट्रेन परियोजना की सोच है. वह दिल्ली से होकर हावड़ा तक परियोजना का हिस्सा है.
वहीं दिल्ली से वाराणसी के बीच वाया लखनऊ और अयोध्या का सर्वे भी चल रहा है. ऐसे में इस बुलेट ट्रेन की सेवा शुरू होने के बाद आरा से हावड़ा की दूरी महज तीन घंटे की हो जाएगी. जबकि वाराणसी से हावड़ा की दूरी इसकी वजह से साढ़े तीन घंटे के करीब की रह जाएगी.
ऐसे में सामाजिक और आर्थिक सर्वे के बाद इस बुलेट ट्रेन के लिए मिट्टी जांच की प्रक्रिया शुरू होगी. यह काम खत्म होते ही भूमि अधिग्रहण का काम होना शुरू हो जाएगा. 2025 तक इस रूट के लिए भूमि के अधिग्रहण का काम भी शुरू हो जाएगा. ऐसे में दूसरी तरफ मुआवजे की राशि को लेकर भी नियम तैयार किए गए हैं. बुलेट ट्रेन के लिए एलिवेटेड रूट, अंडरग्राउंड रूट और एट ग्रेड यानी समतल जमीन पर ट्रैक का नियम होगा.