Bihar: अब खून के लिए लोग को नहीं होंगे परेशान, घर बैठे मिलेगी उपलब्धता की जानकारी
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Bihar: अब खून के लिए लोग को नहीं होंगे परेशान, घर बैठे मिलेगी उपलब्धता की जानकारी

बिहार (Bihar) में अब लोग घर बैठे ही खून की उपलब्धता के बारें में जानकारी हासिल कर सकते है. इस बात की जानकारी स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय (Health Minister Mangal Pandey) ने दी है. इसके लिए राज्य के 89 ब्लड बैंकों का डिजिटलीकरण किया गया है, ताकि लोगों को ब्लड मिलने में आसानी हो सके.

'घर बैठे ही लोगों को मिल जाएगी खून की उपलब्धता के बारें में जानकारी'

Patna: बिहार (Bihar) में अब लोग घर बैठे ही खून की उपलब्धता के बारें में जानकारी हासिल कर सकते है. इस बात की जानकारी स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय (Health Minister Mangal Pandey) ने दी है. इसके लिए राज्य के 89 ब्लड बैंकों का डिजिटलीकरण किया गया है, ताकि लोगों को ब्लड मिलने में आसानी हो सके. राज्य के कुल 94 ब्लड बैंकों के 89 ब्लड बैंकों को ई-रक्तकोश से जोड़कर इनका डिजिटलीकरण किया गया है. दूसरी ओर राज्य के 10 जिलों में 10 नए ब्लड बैंक भी बनाये जा रहे हैं, ताकि खून की उपलब्धता में कमी न हो. 

नए स्टोरेज हो रहे है स्थापित             

उन्होंने कहा कि ब्लड कलेक्शन को बढ़ाने के लिए नए ब्लड कलेक्शन स्टोरेज यूनिट भी स्थापित किए जा रहे है. ब्लड स्टोरेज यूनिट के मामले में राज्य सरकार ने काफ़ी प्रगति की है. वर्ष 2016-17 में राज्य में केवल 8 ब्लड स्टोरेज यूनिट थे, जो अब बढ़कर 68 हो गए हैं. वहीं, राज्य में वर्ष 2017-18 में 46, 2018-19 में 54 एवं 2019-20 में 58 ब्लड स्टोरेज यूनिट थे.                                           

 '60 नए ब्लड स्टोरेज यूनिट की शुरुआत'  
 
स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने जानकारी देते हुए कहा कि पांच सालों में कुल 60 नए ब्लड स्टोरेज यूनिट की शुरुआत हुई है. आने वाले समय में इसकी संख्या 108 तक बढ़ाने की कार्ययोजना है. अभी राज्य में कुल 94 ब्लड बैंक क्रियाशील है. इसमें जिला अस्पताल एवं मेडिकल कॉलेज सहित कुल 38 सरकारी ब्लड बैंक तथा 5 रेड क्रॉस समर्थित एवं 51 निजी ब्लड बैंक हैं. अब राज्य के 10 जिलों में 10 नए ब्लड बैंक की शुरुआत होगी. इसमें अररिया, अरवल, सुपौल, पूर्वी चंपारण, शिवहर, बांका एवं भागलपुर के जिला अस्पतालों में नए ब्लड बैंक स्थापित किये जाएंगे. पटना के गुरु गोविन्द सिंह अस्पताल, गया के जेपीएन अस्पताल एवं दरभंगा के बेनीपुर अनुमंडलीय अस्पताल में भी नए ब्लड बैंक का निर्माण पूरा किया जाएगा. अररिया, अरवल, बांका एवं भागलपुर जिले में ब्लड बैंक का निर्माण अंतिम चरण में है.

'लोगों की निर्भरता बढ़ जाती है'    

स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने कहा कि ई-रक्तकोश ब्लड बैंकों के कार्य प्रवाह को जोड़ने, डिजिटलीकरण और सुव्यवस्थित करने की एक पहल है. खून की आकस्मिक जरूरत होने पर ब्लड बैंकों पर लोगों की निर्भरता बढ़ जाती है. ऐसे में ब्लड बैंकों की खून की पर्याप्त उपलब्धता कई मरीजों के लिए जीवनदायनी साबित होती है. ब्लड बैंकों में खून की उपलब्धता अधिक से अधिक रक्तदान करने से सुनिश्चित होती है इसलिए लोगों को स्वैच्छिक रक्तदान के लिए जरूर आगे आना चाहिए. नियमित रक्तदान करने से ह्रदय रोगों से भी बचाव होता है. रक्तदान करने से एक व्यक्ति लगभग 3 से 4 मरीजों की जान बचा सकता है.

 

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