Bihar Samachar: कृषि मंत्री अमरेंद्र प्रताप सिंह ने कहा कि कोरोना काल में बिहार राज्य बीज निगम के इस बीज वितरण के होम डिलीवरी मॉडल की प्रशंसा भारत सरकार के गृह मंत्रालय द्वारा की गयी और दूसरे राज्यों को भी इसके अनुसरण करने की सलाह दी गई.
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Patna: पटना के बामेती सभागार में बिहार राज्य बीज निगम (Bihar State Seed Corporation) का 44वां स्थापना दिवस समारोह रविवार को मनाया गया. इस मौके पर कृषि मंत्री अमरेंद्र प्रताप सिंह (Amrendra Pratap Singh) ने बिहार राज्य बीज निगम की अब तक की उपलब्धियां बताते हुए बताया, 'किस तरह से कोरोना संक्रमण काल (Coronavirus) और लॉकडाउन (Lockdown) की परिस्थिति में बिहार राज्य बीज निगम ने कृषकों को उनके घर तक बीज मुहैया कराई है. साथ ही साथ कई ऐसे उन्नत किस्म के बीज इजाद किए हैं जो देश के लिए नजीर है.'
अपनी स्थापना के 44 वर्ष पूरे होने पर पहली बार बिहार राज्य बीज निगम ने स्थापना दिवस मनाया. बामेती सभागार में कृषि मंत्री अमरेंद्र प्रताप सिंह ने बीज उत्पादकों, वितरकों और इससे जुड़े तमाम लोगों को सम्मानित किया. इस मौके पर निगम के नए प्रसंस्करण संयंत्र का शुभारंभ रिमोट से किया गया. वहीं, फूलगोभी, मिर्च और मक्का के प्रसंस्कृत बीजों के साथ नए डिजायन के बोरो और पुस्तिका का विमोचन भी कृषि मंत्री द्वारा किया गया. अमरेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि बिहार राज्य बीज निगम किसानों को उनके घर तक बीज की होम डिलीवरी करने वाला देश का पहला राज्य है.
'बिहार के बीज वितरण का भारत सरकार ने की प्रशंसा'
बता दें कि कोरोना काल में बिहार के इस बीज वितरण के होम डिलीवरी मॉडल की प्रशंसा भारत सरकार के गृह मंत्रालय द्वारा की गयी और दूसरे राज्यों को भी इसका अनुसरण करने की सलाह दी गई. वर्ष 2021-22 में निगम द्वारा दो लाख किसानों के बीच 26 हजार क्विंटल अलग-अलग फसलों के बीज की होम डिलीवरी की गयी. बिहार राज्य बीज निगम द्वारा वर्ष 2020-21 में मिशन 4.0 योजना की शुरुआत की गयी है. इसके तहत धान, गेंहूं, दलहन, तिलहन, मक्का और सब्जी के कुल चार लाख क्विंटल बीज उत्पादन लक्ष्य के विरुद्ध पहले ही वर्ष में रिकॉर्ड 3.11 लाख क्विंटल बीज का संग्रहण किया गया और सब्जी के क्षेत्र में पहली बार फूलगोभी, मिर्च के साथ मक्का के बीज का उत्पादन कराया गया है.
'बीज के पैकिंग के बाद बैग पर हो रहा क्यूआर कोड का उपयोग'
बिहार राज्य बीज निगम देश में एकमात्र ऐसी पहली बीज उत्पादक संस्था है जो बीजों के सोर्स ट्रैकिंग के लिए क्यू आर कोड का उपयोग बीज बैग पर कर रही है, जिससे सभी सूचनाएं किसान प्राप्त कर सकते हैं कि बीज प्राप्ति के स्रोत क्या है? बीजों की बुआई से लेकर कच्चा बीज संग्रहण, प्रसंस्करण और बीजों की पैकिंग तक की पुरी सूचनाएं अंकित रहती है और इस सोर्स ट्रैकिंग क्यू आर कोड की भी खूब सराहना हो रही है.