GST: केंद्र सरकार ने बढ़ाई GST, खाने-पीने से लेकर पेमेंट करना भी हुआ महंगा
GST: पहले से भीषण महंगाई का सामना कर रही जनता के लिए ये दोहरी मार है. दरअसल खाने-पीने की कई चीजों पर जीएसटी की नई दरें लागू हो जाएगी. इसमें पैक्ड और लेबल वाली खाने-पीने की चीजें हैं. यानी आटा-पनीर और दही के दाम में बढ़ोतरी हो जाएगी.
पटनाः GST: महंगाई से परेशान देश की जनता के लिए केंद्र सरकार ने फिर मुसीबत बढ़ा दी है. खाने-पीने की कई चीजें सोमवार से महंगी हो गई हैं. पटना के लोगों के मुताबिक,केंद्र के इस फैसले से महंगाई और बढ़ेगी .आम लोगों ने सरकार से फैसले पर विचार करने की गुजारिश की है. जीएसटी बढ़ाए जाने से होटल इंडस्ट्री पर भी असर देखने को मिलेगा. वहीं बिहार सरकार में वित्त मंत्री तारकिशोर प्रसाद ने केंद्र के फैसले को जायज बताया है. खाने-पीने की चीजों से लेकर चेकबुक तक का इस्तेमाल महंगा हो रहा है.
जनता पर पड़ी दोहरी मार
पहले से भीषण महंगाई का सामना कर रही जनता के लिए ये दोहरी मार है. दरअसल खाने-पीने की कई चीजों पर जीएसटी की नई दरें लागू हो जाएगी. इसमें पैक्ड और लेबल वाली खाने-पीने की चीजें हैं. यानी आटा-पनीर और दही के दाम में बढ़ोतरी हो जाएगी. पटना के लोगों ने इसे दोहरी मुसीबत बताया है हालांकि कुछ लोग सरकार के फैसले के साथ हैं. हाल के वर्षों में जिस तरह से महंगाई बढ़ी है उससे पहले ही पटना के सुपरमार्केट में ग्राहकों की संख्या काफी कम थी.
दूध-दही-पनीर भी महंगा
सुपरमार्केट में काम करने वाले लोगों को डर है कि पहले ही कमाई कम थी और अब कमाई कम होने की आशंका है. नाइन टू नाइन में काम करने वाले मैनेजर गणेश चंद्रा के मुताबिक,आटा के दाम पहले से ही बढ़े हैं और इसके दाम और बढ़ेंगे. इसी के साथ दूध से बने उत्पाद भी महंगे हो जाएंगे. यानी पनीर-दही का स्वाद लेना है तो जेब और ढीली करनी होगी. अब जीएसटी के दायरे में स्टेशनरी से जुड़ी चीजें भी आ चुकी हैं. यानि पढ़ाई भी महंगी हो जाएगी.
बैंक चेक पर भी जीएसटी
इसी तरह बैंक की तरफ से चेक जारी करने पर 18 फीसदी जीएसटी लगेगा. बैंक कर्मचारी गणेश पांडेय के मुताबिक,जीएसटी लगने से अब चैकबुक महंगी होगी. कोरोना की वजह से होटल इंडस्ट्री पहले ही बुरी तरह प्रभावित है, लेकिन एक हजार तक के किराए वाले कमरे में रहना महंगा होगा. फ्रेजर रोड स्थित मारवाड़ी होटल भोजनालय के मैनेजर ओम शर्मा सरकार के फैसले के खिलाफ हैं. उनके मुताबिक,1 हजार तक के किराया वाले कमरे पर जीएसटी ठीक नहीं है. क्योंकि वैसे भी अब कमरों की बुकिंग काफी कम हो चुकी है. हालांकि राज्य के वित्त मंत्री तारकिशोर प्रसाद केंद्र के फैसले केसाथ हैं. तारकिशोर प्रसाद बताते हैं कि, जीएसटी लगाना उचित है और दूसरे कदमों के जरिए लोगों को राहत दी जा रही है.
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