Mulayam Singh Yadav: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार समाजवादी पार्टी (सपा) के संस्थापक मुलायम सिंह यादव को श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए बुधवार को उनके पैतृक गांव सैफई जाएंगे.
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पटनाः Mulayam Singh Yadav: बात है साल 1939, कि जब उत्तर प्रदेश के सैफई में मुलायम सिंह यादव ने जन्म लिया था. आज सुबह उन्होंने गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में मुलायम सिंह ने आखिरी सांस ली. मुलायम सिंह के निधन पर उत्तर प्रदेश सरकार ने तीन दिन का राजकीय शोक घोषित किया है. उनके निधन से समाजवाद के प्रमुख स्तंभ एवं संघर्षशील युग का अंत हुआ है. मुलायम सिंह भारतीय राजनीति का वो नाम है जिसे राजनीति की पाठशाला भी कहा जाता है. उनसे सियासी दांव पेंच का कोई मुकाबला नहीं कर सकता था. मुलायम सिंह यादव के बारे में कहा जाता है कि उनके दाहिने हाथ का फैसला, बायां हाथ भी नहीं जान पाता था. बता दें कि मुलायम सिंह तीन बार यूपी के मुख्यमंत्री, 7 बार सांसद, 8 बार विधायक और देश के रक्षा मंत्री तक का सफर तय कर चुके है. मुलायम सिंह यादव फिलहाल मैनपुरी से सांसद थे.
मुलायम को श्रद्धांजलि देने सैफई जाएंगे नीतीश कुमार
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार समाजवादी पार्टी (सपा) के संस्थापक मुलायम सिंह यादव को श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए बुधवार को उनके पैतृक गांव सैफई जाएंगे. जनता दल (यूनाइटेड) के प्रवक्ता के. सी. त्यागी ने कहा कि पार्टी का एक प्रतिनिधिमंडल मंगलवार को सैफई में मौजूद रहेगा, जब पूर्व रक्षा मंत्री की अंत्येष्टि की जाएगी. प्रतिनिधिमंडल में लोकसभा सदस्य दुलाल चंद्र गोस्वामी और वह खुद (त्यागी) भी होंगे.
कल नागालैंड की पूर्व निर्धारित यात्रा
दरअसल, नीतीश कुमार मंगलवार को नागालैंड की पूर्व निर्धारित यात्रा पर रहेंगे. इसलिए बुधवार को मुलायम सिंह के गांव सैफई जाएंगे. हालांकि मुलायम के अंतिम संस्कार के दौरान राजद के नेता और बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के उपस्थित रहने की उम्मीद है. बता दें कि बिहार सरकार ने उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री के सम्मान में एक दिन के राजकीय शोक की घोषणा की है.
नेता के अंतिम संस्कार की सैफई में तैयारियां शुरू
नेता मुलायम सिंह यादव के अंतिम संस्कार के लिए सैफई (इटावा) में तैयारियां शुरू हो गई है. प्रशासन के कई लोग तैयारियों में लगे हुए है. वहीं मुलायम सिंह के पार्थिव शरीर पहुंचने से पहले उनके आवास के आसपास सुरक्षा का घेरा बढ़ा दिया गया है. उनके आवास पर समाजवादी पार्टी के कई कार्यकर्ता और उनके समर्थक पहुंच रहे हैं. जानकारी के मुताबिक अखिलेश यादव अपने पिता के पार्थिव शरीर के साथ शाम 4:30 बजे तक सैफई पहुंचने की उम्मीद है.