December Vrat and Tyohar List: 3 दिसंबर 2022, शनिवार- मोक्षदा एकादशी: मार्गशीष माह के शुक्ल पक्ष में पड़ने वाली एकादशी को मोक्षदा एकादशी के नाम से जानते हैं. मोक्षदा एकादशी में भगवान विष्णु की पूजा का विशेष महत्व है.
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पटनाः December Vrat and Tyohar List: आज बुधवार को नवंबर माह खत्म हो जाएगा. इसके साथ ही शुरू हो जाएगा. साल का आखिरी महीना दिसंबर. साल के आखिरी महीने की शुरुआत गुरुवार से हो रही है. गुरुवार का दिन भगवान विष्णु का खास दिन होता है. इस दिन मार्गशीर्ष मास के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि है. दिसंबर की शुरुआत के साथ इस महीने के व्रत और त्योहार भी आएंगे. 3 तारीख को मोक्षदा एकादशी के साथ इन व्रतों की शुरुआत हो रही है. इसी माह से पौष माह की शुरुआत भी होगी. जानिए व्रत और त्योहारों की लिस्ट.
दिसंबर 2022 में पड़ने वाले व्रत त्योहार
3 दिसंबर 2022, शनिवार- मोक्षदा एकादशी: मार्गशीष माह के शुक्ल पक्ष में पड़ने वाली एकादशी को मोक्षदा एकादशी के नाम से जानते हैं. मोक्षदा एकादशी में भगवान विष्णु की पूजा का विशेष महत्व है. इस दिन पितरों का तर्पण करने से उन्हें मोक्ष मिलता है. मार्गशीष माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी के दिन ही भगवान श्री कृष्ण ने अर्जुन को गीता का संदेश दिया था. इसलिए इस एकादशी के दिन गीता जयंती भी मनाई जाती है. ऐसी मान्यता है की जो लोग इस दिन पूर्वजों का तर्पण करते हैं, उन्हें कभी कोई कष्ट नहीं होता है.
5 दिसंबर 2022, सोमवार- प्रदोष व्रत (शुक्ल): शुक्ल पक्ष में 5 दिसंबर 2022, सोमवार को प्रदोष व्रत है. सोमवार को पड़ने के कारण इसे सोम प्रदोष व्रत कहते हैं. प्रदोष व्रत महादेव शिव को समर्पित होता है.
8 दिसंबर 2022, गुरुवार- मार्गशीर्ष पूर्णिमा व्रत: सनातन परंपरा में मार्गशीर्ष पूर्णिमा का बहुत अधिक महत्व है. यह माह भगवान श्रीकृष्ण का सबसे प्रिय माह माना जाता है. इसी के साथ मार्गशीर्ष की समाप्ति हो जाएगी. मार्गशीर्ष पूर्णिमा को भगवान श्रीकृष्ण व भगवान विष्णु की पूजा करने और व्रत रखने से परेशानियों से मुक्ति मिलती है. मान्यता है कि यदि कोई व्यक्ति पूरे विश्वास और श्रद्धा से इस व्रत को करता है तो वह इसी जन्म में मोक्ष प्राप्ति कर सकता है.
11 दिसंबर 2022, रविवार- संकष्टी चतुर्थी: संकष्टी चतुर्थी भगवान गणेश को समर्पित होती है, इसलिए इस दिन श्रीगणेश जी की विशेष उपासना की जाती है. संकष्टी चतुर्थी पर भगवान गणेश जी विधि विधान से पूजा करने पर सुख-समृद्धि, ऐश्वर्य व ज्ञान की प्राप्ति होती है.
16 दिसंबर 2022, शुक्रवार- धनु संक्रांति (सूर्य का धनु राशि में प्रवेश): 16 दिसंबर से खरमास लग रहा है. इस दिन सूर्य देव धनु राशि में प्रवेश करेंगे. खरमास के समय भगवान सूर्यनारायण (Surya Deva) दक्षिणायन होते हैं. इस समय में शुभ कर्म भले ही न होते हों, लेकिन तीर्थयात्रा, दान-पुण्य, हवन-जाप आदि कार्य किए जा सकते हैं. बल्कि किए भी जाने चाहिए. तीर्थयात्रा और भगवान विष्णु की पूजा के लिए इस महीने को काफी उत्तम माना गया है. दक्षिणायन का आखिरी महीना ही खरमास होता है. इसके बाद ही सूर्यदेव उत्तरायण के लिए जाते हैं.
19 दिसंबर 2022, सोमवार- सफला एकादशी: सफला एकादशी के दिन व्रत कर भगवान विष्णु की पूजा करने से व्यक्ति को सौभाग्य की प्राप्ति होती है. साथ ही, जो व्यक्ति पूरी श्रद्धा और सच्चे मन से भगवान विष्णु की पूजा और व्रत करता है, उसे मृत्यु के बाद बैकुंठ की प्राप्ति होती है. सफला एकादशी साल 2022 की आखिरी एकादशी होने वाली है.
21 दिसंबर 2022, बुधवार- प्रदोष व्रत (कृष्ण), मासिक शिवरात्रि: कृष्ण पक्ष में 21 दिसंबर 2022, बुधवार को प्रदोष व्रत है. यह भी साल 2022 का आखिरी प्रदोष व्रत है. इस दिन मासिक शिवऱात्रि भी है.
23 दिसंबर 2022, शुक्रवार- पौष अमावस्या: 23 दिसंबर 2022, को पौष अमावस्या है. इस तिथि के दिन पवित्र स्नान का विशेष महत्व है. इसलिए इस दिन पूजा से पहले गंगा अथवा किसी पवित्र नदी में स्नान करें या घर पर पानी में गंगाजल मिलाकर स्नान करें. यह साल 2022 की आखिरी अमावस्या भी होगी.
25 दिसंबर 2022, रविवार- क्रिसमस: 25 दिसंबर को क्रिसमस मनाया जाएगा.
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